विरासत , कला और संस्कृति बिहार की पूंजी -नीतीश - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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मंगलवार, 3 अक्तूबर 2017

विरासत , कला और संस्कृति बिहार की पूंजी -नीतीश

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पटना 02 अक्‍टूबर, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज कहा कि विरासत, कला , संस्कृति एवं गौरवपूर्ण इतिहास ही प्रदेश की पूंजी है और इसे हर हाल में सहेज कर रखने की आवश्यकता है ।श्री कुमार ने यहां नवनिर्मित बिहार संग्रहालय का उद्घाटन करने के बाद समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि बिहार के पास विरासत , कला और संस्कृति ही अमूल्य पूंजी है । प्रदेश के गौरवपूर्ण इतिहास के कई अमूल्य धरोहर इस संग्रहालय में रखे गये हैं जो आने वाली पीढ़ी का मनोरंजन के साथ-साथ ज्ञानवर्द्धन भी करेगी । मुख्यमंत्री ने पटना संग्रहालय का उल्लेख करते हुए कहा कि वहां तिब्‍बत से लाये दस्‍तावेज के अलावे कई चीजें हैं, जो महत्‍वपूर्ण हैं। पटना संग्रहालय में जगह की कमी होने की वजह से उन्हें प्रदर्शित नहीं किया गया, लेकिन बिहार संग्रहालय के बनने के बाद राज्‍य की तमाम विरासत का प्रदर्शन किया जायेगा। श्री कुमार ने कहा कि सरकार बिहार संग्रहालय और पटना संग्रहालय को साथ-साथ लेकर चलेगी । उन्‍होंने कहा कि नया संग्रहालय अंतर्राष्‍ट्रीय स्‍तर पर नई सोच और उन्‍नत तकनीक से बनाई गई है। इसे बनाने से पूर्व कई तरह के शोध का सहारा लिया गया। उन्होंने कहा कि अंतर्राष्‍ट्रीय स्‍तर के अनुभवों के साथ इसे बनाया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि गांधी जयंती के अवसर पर बिहार संग्रहालय का लोकापर्ण उनके लिये बड़े हर्ष की बात है। गांधीजी के विचारों से अवगत कराने के लिए चंपारण सत्‍याग्रह के 100 वें साल को गांधी जी के नाम से समर्पित किया है। उन्होंने संग्रहालय के निर्माण में अधिकारियों की मेहनत की प्रशंसा करते हुए कहा कि उनके कठिन प्रयास से ही यह नया संग्रहालय का बनना संभव हो पाया है । इस अवसर पर उपमुख्‍यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि आज गांधी जयंती के अवसर पर बिहार को दो – दो सौगात मिला है। एक अंतर्राष्‍ट्रीय स्‍तर का कंवेशन हॉल तो दूसरा बिहार संग्रहालय। उन्‍होंने कहा कि संग्रहालय उनके पास होता है, जिनके पास विरासत होती है और विरासत इतिहास की पूंजी है। संग्रहालय यूरोप में अधिक मिलती है, क्‍योंकि वहां का इतिहास काफी पुराना है। श्री मोदी ने कहा कि बिहार का इतिहास भी काफी संपन्‍न है और अब इस नये संग्रहालय के जरिए दुनिया में बिहार के इतिहास को प्रदर्शित किया जायेगा। उन्होंने मुख्यमंत्री श्री कुमार की प्रशंसा करते हुए कहा कि उनके दूरदर्शी सोच के कारण ही नया संग्रहालय बन पाया है । इससे पहले बिहार संग्रहालय के नोडल अधिकारी एवं राज्‍य सरकार के मुख्‍य सचिव अजंनी कुमार सिंह ने संग्रहालय के निर्माण की प्रक्रिया पर विस्‍तार से जानकारी देते हुए कहा कि सरकार अंतर्राष्ट्रीय स्तर का संग्रहालय बनाने के लिये दृढ़ संकल्पित थी , ताकि ऐसी स्थिति पैदा हो कि देश – दुनिया के लोग यहां आये और बिहार के समृद्ध इतिहास को समझें। इस अवसर पर कला संस्‍कृति एवं युवा विभाग के मंत्री कृष्‍ण कुमार ऋषि, भवन निर्माण मंत्री महेश्‍वर हजारी, शिक्षा मंत्री कृष्‍ण नंदन वर्मा, संसदीय कार्यमंत्री श्रवण कुमार, मुख्‍य सचिव अंजनी कुमार सिंह, भवन निर्माण विभाग के सचिव चंचल कुमार और कला, संस्‍कृति एवं युवा विभाग के सचिव चैतन्‍य प्रसाद समेत कई अधिकारी भी उपस्थित थे । 

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