शरद की राज्यसभा सदस्यता जल्दबाजी में समाप्त करायी गयी : उदय नारायण चौधरी - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

गुरुवार, 21 दिसंबर 2017

शरद की राज्यसभा सदस्यता जल्दबाजी में समाप्त करायी गयी : उदय नारायण चौधरी

acting-against-sharad-was-in-hurry-uday-narayan-chaudhary
पटना 20 दिसम्बर, बिहार जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के प्रदेश उपाध्यक्ष उदय नारायण चौधरी ने आज कहा कि पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव की राज्यसभा सदस्यता जिस तरह से जल्दबाजी में समाप्त करायी गयी है वह अत्यंत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। बिहार विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष श्री चौधरी ने यहां शरद गुट के वरिष्ठ नेता अरूण श्रीवास्तव से मुलाकात के बाद कहा कि श्री यादव की राज्यसभा सदस्यता को समाप्त करने के लिए जल्दबाजी में कदम उठाया गया है जो दुर्भाग्यपूर्ण है। लोकतंत्र में मतभेद हो सकता है लेकिन मनभेद नहीं। उन्होंने कहा कि श्री यादव के खिलाफ मनभेद वाली कार्रवाई की गयी है। श्री चौधरी ने कहा कि श्री श्रीवास्तव राजनीति में उनके पुराने सहयोगी रहे हैं और इसी नाते वह उनसे मिलने आये थे। इस मुलाकात का राजनीति मायने नहीं निकाला जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि वह वंचित वर्ग मोर्चा के राष्ट्रीय संयोजक हैं और इस हैसियत से वे इस वर्ग के लिए अंतिम दम तक लड़ते रहेंगे। वंचित वर्ग को पदोन्नति में आरक्षण , पांच डिसमिल जमीन और दलित उत्पीड़न की बढ़ती घटनाओं को लेकर सरकार गंभीर नहीं है।  जदयू नेता ने कहा कि सरकार सिर्फ अंधविश्वास और रूढ़ीवाद को बढ़ावा देने में लगी है। उन्होंने कहा कि वंचित वर्ग की उनके इस मुहिम में यदि राष्ट्रीय जनता दल (राजद) अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव हों या श्री शरद यादव, उनका वह सम्मान करेंगे। 

कोई टिप्पणी नहीं: