धनबाद 08 दिसम्बर, केन्द्रीय कोयला सचिव सुशील कुमार ने आज कहा कि झारखंड के धनबाद रेल मंडल के बंद हो चुके कुसुंडा से कतरास के बीच चंद्रपुरा रेल लाईन को उखाड़े जाने के बाद ही कोयला खदानों में लगी आग बुझाई जा सकती है। श्री कुमार ने यहां भारतीय खनि विद्यापीठ विश्वविद्यालय (आईएसएम) में संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि इस रेल लाईन को उखाड़े बिना कोयला खदानों में लगी आग पर काबू पाना मुश्किल है। उन्होंने कहा कि जानमाल की सुरक्षा पहली प्राथमिकता है। सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए रेल लाईन पर ट्रेनों का परिचालन बंद किया गया है। उन्होंने कहा कि ट्रेन परिचालन के दौरान यदि रेलवे ट्रैक धस जाए तो लोगों की जान चली जायेगी। सचिव ने एक सवाल के जवाब में कहा कि धनबाद-चन्द्रपुरा रेल लाईन पर कुछ दूरी तक ट्रेन परिचालन फिर से शुरू करने की संभावनाओं पर विचार-विमर्श के लिए 13 दिसंबर को नई दिलली में बैठक बुलाई गई है। बैठक में मुख्य सचिव, कोल इंडिया, भारत कोकिंग कोल लिमिटेड (बीसीसीएल), डीजीएमएस और जिला प्रशासन के अधिकारी भाग लेंगे। उन्होंने कहा कि बैठक में रेल लाईन की वैकल्पिक व्यवस्था पर भी विचार होगा।
शनिवार, 9 दिसंबर 2017
चंद्रपुरा रेल लाईन बंद कर ही कोयला खदानों की आग बुझाई जा सकती
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