भाभर (गुजरात), 08 अगस्त, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उनके लिए ‘नीच’ जैसे अपशब्द का इस्तेमाल करने के कारण कांग्रेस से निलंबित पूर्व केंद्रीय मंत्री मणिशंकर अय्यर के मुद्दे को आज एक बार फिर अपने गृहराज्य गुजरात के चुनाव प्रचार में उठाया और आरोप लगाया कि उन्होंने केवल उन्हें ही नहीं बल्कि पूरे गुजरात और देश के सभ्य समाज को गाली दी है। श्री मोदी ने कांग्रेस से उनके निलंबन पर भी सवाल खड़ा करते हुए कहा कि श्री अय्यर ने तीन साल पहले जब पाकिस्तान जाकर उनको रास्ते से हटाने वाला बयान दिया था तब से लेकर अब तक कांग्रेस क्यों इस बात को दबा कर चुप बैठी थी। श्री मोदी ने यह भी दावा किया कि उन्हें गाली देने का हिसाब गुजरात की जनता चुनाव में चुकता कर देगी। प्रधानमंत्री ने इस साल भयावह बाढ़ का शिकार हुए बनासकांठा जिले के भाभर में एक चुनावी सभा में उस दौरान कांग्रेस के स्थानीय विधायकों समेत अन्य विधायकों को राज्यसभा चुनाव के मद्देनजर बेंगलूर के रिसार्ट में रखने पर भी तंज कसा और कहा कि जब जनता बाढ़ के पानी में डूब रही थी तब वे बेंगलोर के रिसार्ट के स्विमिंग पुल में डुबकी लगा कर मौज कर रहे थे जबकि भाजपा के नेता लोगों की सेवा मेे जुटे थे। उन्होंने स्वयं क्षेत्र का हवाई दौरा किया था और राहत की घोषणाएं की थी। इस सिलसिले में उन्होंने एक बार फिर कच्छ के मच्छू बांध के ध्वस्त होने की घटना का जिक्र किया और तब की प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के वहां बचाव कार्य के दौरान मुंह पर रूमाल रखने की घटना पर प्रहार किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के लोगों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए।
श्री मोदी ने भीड़ से सवालिया लहजे में पूछा कि अय्यर ने मुझे गाली दी कि आपको, तो लोगों ने जवाब दिया सबको। उन्होंने कहा कि यह गाली गुजरात को देश के हर सभ्य समाज को दी गयी है। गुजरात की जनता इसका हिसाब चुनाव में चुकता कर देगी। उन्होंने आरोप लगाया कि श्री अय्यर ने पाकिस्तान में एक बैठक की थी जिसमें भारत पाकिस्तान के संबंध सुधारने के लिए उन्हें (श्री मोदी) को रास्ते से हटाने की बात कही गयी थी। वैसे तो वह जान हथेली में लेकर घूमते हैं पर अय्यर क्या पाकिस्तान में लोकतांत्रिक रूप से चुने गये एक प्रधानमंत्री की सुपारी देने गये थे। सोशल मीडिया में यह प्रकरण आया था ।कांग्रेस ने इतने समय तक यह बात दबा कर क्यों रखा था। पूरे दुनिया में भारत का सम्मान बढ़ाने वाले सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल उठाने वाली कांग्रेस की मानसिकता ही ऐसी है।
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