बिहार : राष्ट्रीय बागवानी मिशन ने बदली किसानों की तकदीर - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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रविवार, 17 दिसंबर 2017

बिहार : राष्ट्रीय बागवानी मिशन ने बदली किसानों की तकदीर

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मुंगेर 17 दिसंबर, राष्ट्रीय बागवानी मिशन योजना जहां देश के किसानों के लिए वरदान साबित हुई वहीं उसने बिहार में मुंगेर जिले के कृषकों की तकदीर बदल दी है। इस योजना की बदौलत जिले में हवेली खड़गपुर अनुमंडल के पहाड़पुर गांव को ‘मैन्गो ग्राम’ के रूप में पहचान मिली। राष्ट्रीय बागवानी मिशन के पचास प्रतिशत अनुदान की योजनाओं से प्रोत्साहित होकर यहां के करीब पांच सौ किसानों ने पिछले 11 वर्षों में लगभग एक हजार से अधिक एकड़ में बारह प्रजातियों वाले आम के बागीचे विकसित किये हैं। अब किसान प्रतिवर्ष बागीचों के आम बेचकर ढाई करोड़ रुपये तक की आमदनी अर्जित कर रहे हैं। पहाड़पुर गांव के किसानों को वर्ष 2006 से पूर्व पारम्परिक कृषि के तहत कुलथी और बाजरा की खेती करने से हर साल करीब 50 हजार रुपये की आमदनी होती थी। वहीं, राष्ट्रीय बागवानी मिशन योजना के माध्यम से विकसित किए गये आम के बागीचों से पहले की तुलना में प्रत्येक वर्ष दस गुणा अधिक आमदनी हो रही है। किसानश्री उपाधि से सम्मानित प्रगतिशील किसान धनंजय कुमार सिंह ने वर्ष 2017 में 48 लाख रुपये के आम बेचकर कमाई का कीर्तिमान स्थापित कर दिया।

किसान धनंजय कुमार सिंह बताते हैं कि जब इस मिशन के तहत वर्ष 2006 में मुंगेर में ‘आम का बागीचा लगाओ’ योजना की शुरुआत की गई तो उन्होंने 15-16 किसानों के साथ कलस्टर बनाकर आम के बागीचे विकसित किये। आज केवल पहाड़पुर गांव के पहाड़ की तलहटी की 1100 हेक्टेयर बंजर भूमि में आम के बागीचे लहलहा रहे हैं। इसकी बदौलत किसानों की आमदनी पहले के मुकाबले दस गुणा अधिक हो गई है। अब इस गांव से हर वर्ष ढ़ाई करोड़ रुपये तक के आम बिक रहे हैं। इस गांव के आम दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु और रांची के बाजारों में पहुंच रहे हैं। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय बागवानी मिशन ने नकदी-फसल योजना के तहत 50 प्रतिशत अनुदान की अन्तरवर्ती-खेती योजना भी शुरू की। इस योजना के तहत आम के बागीचों के बीच के खली स्थानों पर किसानों ने हल्दी, ओल, धनिया और पपीते, की खेती भी शुरू की। इससे किसानों को अतिरिक्त आमदनी भी हो रही है। उन्होंने बताया कि इस योजना के तहत पचास प्रतिशत अनुदान मिलने से प्रोत्साहित होकर किसानों ने वर्मी कम्पोस्ट तैयार करने के साथ ही वाटर हार्वेस्टिंग टैंक का भी निर्माण कराया। वहीं, जिला उद्यान विभाग के सहायक निदेशक सुनील कुमार अजय ने बताया कि राष्ट्रीय बागवानी मिशन योजना के तहत मुंगेर जिले में वर्ष 2006 से 2017 तक लगभग पांच सौ एकड़ जमीन में आम के बागीचे विकसित किये गये हैं। उन्होंने बताया कि इन बागीचों से जहां किसानों की आमदनी बढ़ी वहीं जिले में हरित-पट्टिका का व्यापक विस्तार हो रहा है, जो पर्यावरण संरक्षण के लिए जरूरी है।

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