नीतीश की समीक्षा यात्रा पर तेजस्वी का तंज, मुख्यमंत्री को बताया 'झांसा कुमार' - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

गुरुवार, 14 दिसंबर 2017

नीतीश की समीक्षा यात्रा पर तेजस्वी का तंज, मुख्यमंत्री को बताया 'झांसा कुमार'

nitish-jhansa-kumar-said-tejaswi
पटना 13 दिसम्बर, बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की ‘विकास समीक्षा यात्रा’ पर तंज कसते हुए सवाल किया कि राज्य की करोड़ों लोगों के जनादेश का अपमान कर हर किसी को छलने वाले मुख्यमंत्री किस बात की समीक्षा कर रहे हैं। श्री यादव ने ट्वीट कर कविता के जरिए मुख्यमंत्री से कई सवाल पूछे। उन्होंने श्री कुमार की यात्रा पर कटाक्ष करते हुए लिखा, “छिना किसान का बैल और हल, मज़दूर का तसला और कुदाल। मिट्टी-गिट्टी बंदी से जनता बेहाल रो रहा ग़रीब हाथ में रुमाल किसकी समीक्षा, कैसा विकास। घोटाले हो रहे बहुत विशाल नज़दीकी इनके हुए मालामाल। जनादेश के डकैतों को नहीं कोई मलाल वोट की चोट से जनता करेगी अब धमाल।” एक अन्य ट्वीट में श्री यादव ने कहा, “समीक्षा-ऐ-विकास से पहले। बताओ क्या हुआ हमारे ‘सात निश्चय’ का। काहे भूले। हर घर नल का जल कहाँ है। आर्थिक बल, युवाओं का हल इसलिए कि अब संग है फूल कमल टूटा तीर इसलिए पकड़ा गुलेल दुर्लभ सीएम ऐसे मिलेंगे दुर्बल। पाला बदलते लगाते ना पल हमेशा करते विश्वासघाती छल।”

कोई टिप्पणी नहीं: