मधुबनी, 21 दिसंबर, अनुमंडल पदाधिकारी के आदेश पर नगर परिषद के स्वच्छता निरीक्षक दो ट्रेक्टर और 20 मजदूर लेकर पहुंचे विवादित सरकारी सराय पोखरा की सफाई के लिये। साथ मे पुलिस का जत्था भी मौजूद था। हर गतिविधि का वीडियोग्राफी हो रहा था सरकारी स्तर पर। सुबह 8 बजे सफाई कर्मचारी पहुंचते हैं स्थल पर। 9 बजे मजिस्ट्रेट के साथ पुलिसबल उपस्थित होते हैं और महज 2 घंटे की सफाई के बाद काम बंद हो जाता है अगले दिन के लिए। अनुमंडल पदाधिकारी के आदेश में वर्णित है सराय पोखर का स्थायी सफाई लेकिन नगर परिषद सड़क और पोखरा के इर्दगिर्द सफाई करती नजर आयी। स्थानीय लोगों में इस बात का रोष देखा गया। स्थानीय निवासी मुकेश पंजियार ने कहा कि कब्जाधारी का नगर परिषद से तालमेल है जिसका स्पष्ट असर आज के सफाई कार्यक्रम में देखा गया। इस तरह से लोगों के भावना के साथ खेलना सही नही है। आज के सफाई कार्यक्रम को देखते हुए लगता है कि नगर परिषद की मंशा सफाई करने की है ही नही। वरीय पदाधिकारियों के आदेश का अवहेलना कर रहा है नगर परिषद। राजेन्द्र प्रसाद ने कहा कि समाज का विश्वास प्रशासनिक पदाधिकारी पर पूर्ण रूप से है और समाज को विश्वास है कि जिला पदाधिकारी एवं अनुमंडल पदाधिकारी लोकहित में सराय पोखरा का साफ सफाई और सौंदर्यीकरण अवश्य करेंगे। विजय घनश्याम ने कहा कि नगर युवा मंच का प्रयास आज रंग लाया और सफाई कार्य शुरू हुआ। भले कार्य धीमी गति से हो रहा है लेकिन उम्मीद की एक किरण उभरी है। नगरवासियों के सहयोग से शहर के सभी तालाब को अतिक्रमणमुक्त कर साफ सफाई के लिए प्रयासरत रहेगा नगर युवा मंच।
गुरुवार, 21 दिसंबर 2017
मधुबनी : सराय पोखर - लोगों ने कहा सफाई अभियान महज खानापूर्ति -
Tags
# बिहार
# मधुबनी
Share This
About आर्यावर्त डेस्क
मधुबनी
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
Author Details
सम्पादकीय डेस्क --- खबर के लिये ईमेल -- editor@liveaaryaavart.com
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें