कोलकाता, 5 दिसम्बर, नागरिक उड्डयन मंत्री अशोक गजपति राजू ने मंगलवार को कहा कि भारतीय हवाईअड्डा प्राधिकरण के विभिन्न हवाईअड्डों की 90 मेगावाट की मौजूदा सौर क्षमता को बढ़ाकर आगामी डेढ़ साल में 200 मेगावाट किया जा सकता है। उन्होंने कहा, "भारतीय हवाईअड्डा प्राधिकरण के हवाईअड्डों में स्थापित सौर संयंत्रों की मौजूदा क्षमता 90 मेगावाट है। आने वाले डेढ़ साल में इसे बढ़ाकर 200-250 मेगावाट किया जाना मुश्किल नहीं है।" गजपति राजू ने कहा कि केंद्र सरकार विभिन्न हवाईअड्डों पर स्वच्छ ऊर्जा परियोजनाओं के लिए जोर दे रही है। कोलकाता के नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे पर 2016 में 2 मेगावाट क्षमता वाला रूफ टॉप सौर पीवी (सोलर फोटोवोल्टिक) संयंत्र लगाने के बाद मंगलवार को मंत्री ने यहां एक 15 मेगावाट क्षमता वाले सौर पीवी संयंत्र का उद्घाटन किया। कोलकाता हवाईअड्डे के निदेशक अतुल दीक्षित ने कहा कि सौर पीवी संयंत्र छह भूखंडों पर 67.5 एकड़ भूमि पर विकसित किया गया, जिसमें से हर एक से 2.5 मेगावाट सौर ऊर्जा उत्पन्न होती है। इसे कुल 90 करोड़ रुपये की लागत से विकसित किया गया। इस संयंत्र के पूरा होने पर इससे प्रति माह 13.5 लाख यूनिट ऊर्जा पैदा होगी, जिससे भारतीय हवाईअड्डा प्राधिकरण का बिजली का बिल हर माह तकरीबन 1.2 करोड़ रुपये कम हो जाएगा।
मंगलवार, 5 दिसंबर 2017
'हवाईअड्डों पर सौर क्षमता 200 मेगावट तक बढ़ाई जा सकती है'
Tags
# देश
# व्यापार
Share This
About आर्यावर्त डेस्क
व्यापार
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
Author Details
सम्पादकीय डेस्क --- खबर के लिये ईमेल -- editor@liveaaryaavart.com
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें