हुर्रियत और आतंकवादियों से भी बात करें केन्द्रीय वार्ताकार: मीर - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

गुरुवार, 11 जनवरी 2018

हुर्रियत और आतंकवादियों से भी बात करें केन्द्रीय वार्ताकार: मीर

central-representative-should-talk-to-hurriyat-militants--mir
जम्मू 11 जनवरी, जम्मू-कश्मीर के वाछी विधानसभा क्षेत्र से पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के विधायक एजाज मीर के एक बयान से आज नया विवाद खड़ा हो गया जिसमें उन्होंने कहा कि कश्मीर मामले का हल निकालने के लिए केन्द्र सरकार द्वारा नियुक्त वार्ताकार को हुर्रियत और आतंकवादियों से भी बात करनी चाहिए। श्री मीर ने यहां विधानसभा के बाहर पत्रकारों से कहा कि उन्हें लगता है कि कश्मीर मामले पर केन्द्र सरकार की ओर से नियुक्त वार्ताकार (दिनेश्वर शार्मा) को अलगाववादी संगठन हुर्रियत के अलावा आतंकवादियों से भी बात करनी चाहिए। श्री मीर ने कहा कि आतंकवादियों के मुद्दे पर लोग अलग-अलग विचार रखते हैं जैसे कितने आतंकवादी मारे गए? लेकिन ये आतंकवादी कहां से आते हैं? ये आतंकवादी भी जम्मू-कश्मीर के रहने वाले हैं।  पीडीपी विधायक ने कहा कि मारे गए आतंकवादी भी हमारे अपने बच्चे हैं और उनके मरने पर हमें खुशी नहीं होती। यह हमारी सामूहिक असफलता का उदाहरण है। पीडीपी नेता ने सवाल करते हुए कहा कि यह कब तक चलेगा? हम कब तक ढोल पीटते रहेंगे कि हमने 200 आतंकवादियों का सफाया किया, लेकिन यह प्रक्रिया जारी रहेगी। इसे कहीं न कहीं रुकना ही होगा। श्री मीर ने कहा कि कश्मीर मुद्दा राजनीतिक है और इसका समाधान राजनीतिक तरीके से ही निकाला जाना चाहिए।  उन्होंने कहा कि आम नागरिकों या आतंकवादियों की मौत से हमें कुछ भी हासिल नहीं होगा। सभी कश्मीरी और कश्मीर के रहने वाले आतंकवादी हमारे भाई हैं।  हाल ही में अपने निवास पर हुए हमले पर उन्होंने कहा कि विचारधारा में मतभेद हमले की वजह थी। श्री मीर ने कहा कि हम भारत की बात करते हैं और वे(आतंकवादी) कुछ अलग ही बात करते हैं। उन्होंने कहा कि कश्मीर मुद्दे का समाधान केवल बातचीत के माध्यम से ही सुलझाया जा सकता है। पीडीपी विधायक ने कश्मीर में मारे गए सभी नागरिकों और आतंकवादियों को शहीद का दर्जा दिया। 

कोई टिप्पणी नहीं: