कुरीतियों के खात्मे से पूरा होगा न्याय के साथ विकास का लक्ष्य : नीतीश - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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मंगलवार, 16 जनवरी 2018

कुरीतियों के खात्मे से पूरा होगा न्याय के साथ विकास का लक्ष्य : नीतीश

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गया 16 जनवरी, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज कहा कि केवल विकास कार्यों से ही नहीं बल्कि दहेज प्रथा और बाल विवाह जैसी सामाजिक कुरीतियों को जड़ से उखाड़ फेंकने से ही न्याय के साथ विकास के लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है। श्री कुमार ने विकास समीक्षा यात्रा के पांचवें चरण के तहत गया जिले के लाव गांव पहुंचकर विकास कार्यों का जायजा लिया। उन्होंने गांव में आयोजित समारोह स्थल से जिले में 505 करोड़ 71 लाख रुपये की 225 योजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास किया। इनमें से 87 करोड़ 71 लाख रुपये की लागत से पूर्ण की गई 56 योजनाओं का उद्घाटन एवं 418 करोड़ रुपये से तैयार होने वाली 169 योजनाओं का शिलान्यास किया। उन्होंने जनसभा को संबोधित करते हुये कहा कि केवल विकास कार्यों से ही नहीं बल्कि दहेज प्रथा और बाल विवाह जैसी सामाजिक कुरीतियों को जड़ से उखाड़ फेंकने से ही न्याय के साथ विकास के लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है। मुख्यमंत्री ने शराबबंदी की चर्चा करते हुये कहा कि इसका काफी सकारात्मक फायदा हुआ। शराबबंदी से पहले जो लोग बच्चों और परिवार पर ध्यान नहीं देते थे, वे अब उनके भरण-पोषण एवं पढ़ाई-लिखाई पर ध्यान दे रहे हैं। शराबबंदी के कारगर क्रियान्वयन के लिए नागरिकों को हमेशा जागरुक रहना होगा। उन्होंने कहा कि शराबबंदी की निगरानी के लिए पुलिस विभाग में महानिरीक्षक (मद्यनिषेध) का पद सृजित किया गया है। धंधेबाजों और शराबियों के खिलाफ शिकायत करने के लिए मद्यनिषेध एवं पुलिस विभाग का फोन नंबर बिजली के ट्रांसफॉर्मर के खंभों पर लिखने की व्यवस्था की गई है। एक से डेढ़ घंटे के अंदर पुलिस कार्रवाई करेगी।

श्री कुमार ने कहा कि पिछले साल शराबबंदी और नशामुक्ति के पक्ष में मानव श्रृंखला बनाकर राज्य की जनता ने सहयोग किया था। एक महिला की मांग पर दहेज प्रथा एवं बाल विवाह पर प्रतिबंध लगाने का निर्णय किया। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती 02 अक्टूबर 2017 से इन कुरीतियों के खात्मे के लिए अभियान की शुरुआत की गई। उन्होंने अपील करते हुये कहा कि इस वर्ष पुन: 21 जनवरी को बाल विवाह और दहेज प्रथा के विरूद्ध मानव श्रृंखला बनेगी, जिसमें अधिक से अधिक संख्या में शामिल होकर पिछले बार की तुलना में इस बार अधिक लंबी श्रृंखला बनानी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि बाल विवाह का काफी नुकसान है। कम उम्र में शादी होने से प्रसव के दौरान कई महिलाओं की मौत हो जाती हैं। पैदा होने वाले बच्चे मानसिक बीमारी, मंदबुद्धि एवं बौनेपन का शिकार होते हैं। बिहार में अपराध में काफी कमी आई है। देश में अपराध के मामले में बिहार 22वें नंबर पर हैं लेकिन दहेज उत्पीड़न और दहेज हत्या के मामलों में राज्य दूसरे नंबर पर है। इससे छुटकारा मिलना चाहिए। 21 जनवरी को मानव श्रृंखला में एक-दूसरे का हाथ पकड़कर खड़े होकर बाल विवाह और दहेज प्रथा के खिलाफ संकल्प लें। उन्होंने कहा कि ऐसी शादियों में न जाएं, जिनमें दहेज लिया गया हो। ऐसा करने से समाज में व्यापक संदेश जायेगा और तभी इसका उन्मूलन हो सकता है। श्री कुमार ने कहा कि सरकार ने नारी सशक्तिकरण के लिये काफी काम किये हैं। महिलाओं को पंचायती राज संस्थाओं एवं नगर निकायों में 50 प्रतिशत का आरक्षण दिया गया। छात्राओं को पोशाक एवं साइकिल सहित अन्य योजनाओं का लाभ दिया गया। बिहार में आठ लाख जीविका समूह बनें हैं, जिसे दस लाख करने का लक्ष्य रख गया है। उन्होंने कहा कि सात निश्चय में से एक निश्चय महिलाओं को सरकारी सेवा में 35 फीसदी का आरक्षण देने का था, जिसे लागू कर दिया गया है। रोजगार की तलाश में लगे युवाओं को दो साल तक स्वयं सहायता भत्ता के माध्यम से एक हजार रुपये मुहैया कराई जा रही है। कुशल युवा कार्यक्रम के तहत कम्प्यूटर प्रशिक्षण, संवाद कौशल और व्यवहार कौशल प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रत्येक जिले में इंजीनियरिंग कॉलेज, पॉलिटेक्निक संस्थान, जीएनएम, पारा मेडिकल, महिला आईटीआई और हर अनुमंडल में एएनएम स्कूल आईटीआई स्थापित किया जा रहा है ताकि बिहार के युवाओं को पढ़ने के लिए बाहर नहीं जाना पड़े। उन्होंने कहा कि जितने संस्थानों का निर्माण होना है, उसके लिए जमीन और धनराशि का प्रबंध करा दिया गया है और अब निर्माण कार्य भी शुरू हो गया है। उन्होंने कहा कि गया के अभियंत्रण महाविद्यालय का शिलान्यास किया गया है, जहां 01 जुलाई 2019 तक पढ़ाई शुरु हो जाएगी। हर क्षेत्र में काम हो रहा है। सड़क, पुल-पुलिया का निर्माण किया जा रहा है। श्री कुमार ने कहा कि तीसरे कृषि रोडमैप में पांच वर्षों में एक लाख 54 हजार करोड़ रुपये कृषि के विकास पर खर्च किये जायेंगे। खेतों में काम करने वाले लोगों की आमदनी बढ़ायी जायेगी। उनका सपना है कि हर हिन्दुस्तानी की थाल में बिहार का एक व्यंजन अवश्य हो। जीविका एवं अन्य समूहों द्वारा जैविक खेती को बढ़ावा दिया जा रहा है। कृषि रोड मैप में जैविक कृषि के लिए कोरिडोर बनाने का भी प्रावधान किया गया हैं। सब्जी की जैविक खेती करने वाले किसानों को सरकारी मदद दी जाएगी। उन्होंने कहा कि लाव पंचायत, लाव-दशईन पईन के मुहाने पर मोरहर नदी में बीयर बांध का निर्माण शीघ्र होगा। इस अवसर पर कृषि मंत्री डॉ. प्रेम कुमार, सांसद हरि मांझी, सांसद सुशील कुमार सिंह, विधायक अभय कुशवाहा, विधायक विनोद यादव, विधान पार्षद उपेंद्र प्रसाद, संजीव श्याम सिंह, पूर्व मंत्री बागी वर्मा, अभिराम शर्मा, पूर्व विधायक सुरेन्द्र प्रसाद सिन्हा, रामचंद्र प्रसाद सिंह, कृष्णनंदन वर्मा, श्रीमती ज्योति देवी, पूर्व विधान पार्षद अनुज कुमार सिंह, मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह, पुलिस महानिदेशक पी. के. ठाकुर, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव अतीष चन्द्रा, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह सहित अन्य वरीय अधिकारी, गणमान्य व्यक्ति तथा बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।

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