रांची 10 जनवरी, झारंखड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने आज कहा कि बजट के क्रियान्वयन में तेजी और योजनाओं का सही लाभ तभी सम्भव है, जब जनता की भागीदारी ज्यादा से ज्यादा हो। श्री दास ने यहां वर्ष 2018-19 के बजट तैयारी को लेकर हुयी बैठक में कहा कि जनता के सुझावों के अनुरूप बजट बनाया जा रहा है, तो इसे लागू भी जनता के सहयोग से ही किया जाना चाहिए । इससे राज्य के विकास में जहां तेजी आयेगी वहीं जन आकांक्षाओ को पूरा करने का लक्ष्य प्राप्त हो सकेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड में सामुहिकता की परंपरा रही है और इसी का लाभ उठाकर गांव का तेजी से विकास किया जा सकता है। गांवों में मांग के अनुरूप छोटे-छोटे पुलिया का निर्माण किया जाना चाहिए । सड़कों का जाल गांव -गांव तक पहुंचाया जा रहा है, ताकि ग्रामीण अपने उत्पादन को बाजार तक आसानी से लाकर बेच सकें।
श्री दास नें कहा कि ग्रामीणों की आय दोगुनी करने के उद्देश्य को ध्यान में रखकर ही योजनाओं का चयन किया जाना चाहिए । छह जिलों में विशेष ध्यान देने की जरूरत है और सभी विभाग उन जिलों में विशेष योजनाएं चलायें। इस बार के बजट में रोजगार एवं स्वरोजगार के अधिक से अधिक अवसर को पैदा करना, अनुसूचित जाति, जनजाति एवं कमजोर वर्गों के विकास, महिला सशक्तिकरण, पिछड़े जिलो-ंप्रखंडो का समेकित विकास पर जोर दिया जायेगा। साथ ही शिक्षा, स्वास्थ्य, पोषण,आधारभूत संरचना और हर घर तक बिजली पहुंचाने पर भी विशेष ध्यान रहेगा । इस अवसर पर विकास आयुक्त अमित खरे ने बताया कि सभी प्रमंडलों में बजट पूर्व सगोंष्ठी, राज्य स्तरीय 20 सूत्री की बैठक, ऑनलाइन एवं ऑफलाइन प्राप्त कुल 970 सुझावों को संबंधित विभागों को भेजा गया है। इनमें से 38 का चयन बजट में शामिल करने के लिए किया गया है। योजनाओं में गतिशीलता लाने के उद्देश्य से छोटी-छोटी योजनाओं को अम्ब्रेला योजना में समाहित किया गया है। बैठक में मुख्य सचिव श्रीमती राजबाला वर्मा, वित्त विभाग के अपर मुख्य सचिव सुखदेव सिंह, स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव सुधीर त्रिपाठी, श्रम विभाग के अपर मुख्य सचिव डी0के0 तिवारी, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव सजंय कुमार और अन्य कई वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे ।
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