पटना, 18 जनवरी, दीघा थाना क्षेत्र में है दीघा नहर. दीघा से एम्स तक एलिवेटर सड़क निर्माण जारी है. इसी तरह फोरलाइन सड़क भी निर्माणाधीन है.दोनों के चक्कर में महादलित मुसहर समुदाय के लोग आ गये हैं. इस ठंडक में 200 महादलित मुसहर परिवारों के समक्ष आफत आ गयी है. दीघा नहर के किनारे रहते हैं महादलित मुसहर.दीघा से एम्स तक सड़क निर्माण जारी है. इसके कारण मिट्टी भरायी जारी है. मिट्टी भराई का नतीजा है कि झोपड़ियों में मिट्टी भर जा रही है.रहना मुश्किल है.बगल में दीघा नहर हैं.आगे मिट्टी है और पीछे नहर है बीच में झोपड़ियां है. कोई 50 साल से अधिक दिनों से 200 परिवार रहते हैं. सड़क निर्माण से संभावित खतरे को भापकर महादलितों ने विस्थापन के पूर्व पुर्नवास की बात अधिकारियों तक पहुंचायी थी.मगर ध्यान नहीं दी गयी.यह तो अंहित्सात्मक कदम है जो सरकार और उनके नौकर सुनते ही नहीं है जबतक हिंसात्मक आंदोलन न हो जाये. सरकारी योजना है आवासीय भूमिहीनों को 5 डिसमिल जमीन देना. अगर जमीन न हो तो जमीन खरीदकर जमीन देनी है. यहां पर रहने वाले राजकुमार मांझी का कहना है कि आजकल सरकार खदेड़ती नहीं है मगर सरकार लाचार कर देती है कि लोग खुद ही ऊबकर जगह छोड़ दे.
गुरुवार, 18 जनवरी 2018
बिहार : सड़क निर्माण के चक्कर में महादलित मुसहर समुदाय
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