नयी दिल्ली 18 जनवरी, राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की विशेष अदालत ने इराक और सीरिया में सक्रिय आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएसआईएस) को समर्थन करने वाले पांच लाेगों को एनआईए की हिरासत में भेज दिया। एनआईए की आज यहां जारी आधिकारिक विज्ञप्ति में बताया गया कि एनआईए की विशेष अदालत ने गत मंगलवार को इन आरोपियों को तीन दिन के एनआईए हिरासत में भेज दिया। इन पांचों आरोपियों को केरल पुलिस ने गिरफ्तार किया था। इनमें मिद्लाज, अब्दुल रसक केवी, राशिद एमवी, मनफ रहमान और हमसा यूके शामिल हैं। गिरफ्तार लोगों के खिलाफ गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम की धारा 38 और 39 के तहत आरोप लगाया गया है। इन पर अवैध आतंकवादी संगठन आईएसआईएस या उससे जुड़े संगठन दायश के सदस्य होने को लेकर सीरिया में संगठन में शामिल होने के लिए भारत से सीरिया की यात्रा करने या उसका प्रयास करने का भी आरोप है। जांच में यह पता चला कि मिद्लाज और राशिद एमवी ने शाहजहां वीके, जिसके विरुद्ध एक अन्य मामले में आरोपपत्र दाखिल हो चुका है, के साथ अक्टूबर 2016 में तुर्की की यात्रा की। इस यात्रा के दौरान ही उनका सीरिया में प्रवेश करने का भी इरादा था लेकिन बीच में ही तुर्की अधिकारियों ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। गत वर्ष जनवरी में इन्हें तुर्की से वापस भारत भेज दिया गया।
अब्दुल रजाक ने कन्नूर के अब्दुल खयूम के साथ अप्रैल 2017 के मध्य में तेहरान होते हुए तुर्की की यात्रा की थी। सीरिया में प्रवेश कर आईएसआईएस या फिर दायश में शामिल होने के इरादे से एक फर्जी भारतीय पासपोर्ट के सहारे शाहजहां दूसरी बार अप्रैल/मई 2017 को तुर्की पहुंच गया। बाद में अब्दुल और शाहजहां को सीरिया में प्रवेश के प्रयास के दौरान तुर्की अधिकारियों ने दबोच लिया। गत वर्ष एक जुलाई को तुर्की से वापस भारत भेज दिया गया। अब्दुल हालांकि सीमा पार कर इस्लामिक स्टेट में शामिल होने में कामयाब रहा था। मनफ रहमान को सपरिवार गत 23 दिसंबर 2016 को यूएई जाने के क्रम में मंगलोर अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर रोका गया था। हमजा यूके के प्रभाव के कारण मनफ आईएसआईएस या दायश में शामिल होने के लिए यूएई से सीरिया जाने की फिराक में था। गृह मंत्रालय के आदेश के बाद गत वर्ष 16 दिसंबर को एनआईए ने यह मामला अपने हाथ में लिया था। गौरतलब है कि आईएस में शामिल हो चुके केरल के नेता शाजीर मंगलासरी अब्दुल्ला के अलावा कन्नूर समेत राज्य के विभिन्न इलाकों के 15 लोग अफगानिस्तान और सीरिया में ड्रोन हमलों तथा मुठभेड़ के दौरान मारे जा चुके है। इनमें ही गत वर्ष नवंबर में मुठभेड़ के दौरान सीरिया में मारे गये अब्दुल मनफ का भी मामला शामिल है जिसकी जाचं एनआईए कर रहा है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें