दुमका (अमरेन्द्र सुमन) ज्यों-ज्यों समापन की ओर बढ़ता जा रहा शिल्प उत्सव मेला लोगों की भीड़ उसके विपरीत बढ़ती जा रही है। महिला विकास सेवा केन्द्र, देवघर के तत्वावधान में यज्ञ मैदान, दुमका में 10 से 22 जनवरी तक के लिये आयोजित इस मेला में जम्मू-कश्मीर से गाॅट व सिप लेदर जेकेटस, कोट, बंडी, टोपी, मफलर, जूतियाँ व अन्य सामग्रियाँ विशेष आकर्षण का केन्द्र बनी हुई है। मेला के संयोजकद्वय सुधीर शर्मा व अतुल त्रिवेदी ने कहा लखनउ का टेराकोटा व क्राॅकरी तथा चिकन वर्क, भदोयी का कालीन, बनारसी सूट व साड़ी, भागलपुर का सिल्क, असम के बंेत का सामान, गुजराती सूट व चादर, बंगाल का कार्था वर्क तथा जूट बैग, दिल्ली का ब्लाॅक प्रिन्ट कुर्ती, मुरादाबाद की पीतल निर्मित सामाग्री, नागालैंड का ड्राई फलावर, सहारनपुर का फर्नीचर, राजकोट का फैन्सी, हरियाणा की बेडसीट व चादर, आर्टिफिशियल ज्वैलरी, विदाउट वाटर कुलर, डोमेस्टिक क्लिनेंस अत्याधुनिक यंत्र, रोटी मेकर मशीन, फैन्सी गैस चूल्हा, पिकनिक टेबुल, हैण्ड सिलाई, राजस्थानी जूती, अचार व लहंगा, खादी ग्रामोद्योग के वस्त्र, आयुर्वेदिक दवाईयाँ, नागपुर का सूती बैग, स्वादिष्ट व्यंजन, क्रोशिया वर्क की खरीददारी के लिये महिलाओं व युवतियों को खासा उत्साहित देखा जा रहा है। मेला संयोजक द्वय ने कहा कम दिनों के लिये ही मैदान उपलबध हो पाया है। कम से कम एक महीनें के लिये मैदान दिया जाना चाहिए था ताकि अधिक से अधिक लोग रिलायबल रेट पर वस्तुओं की खरीद कर सकें। होली के बाद दुबारा शिल्प उत्सव मेला लगाने की तैयारी अभी से ही जारी है।
शनिवार, 20 जनवरी 2018
दुमका : साॅफट लेदर, उनी व खादी कपड़ों का सजा पड़ा है बाजार शिल्प उत्सव मेला में
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