पटना 24 जनवरी, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने बिहार में बिगड़ती कानून व्यवस्था और दलितों के खिलाफ हो रहे अत्याचार के मामले की शिकायत आज राज्यपाल सत्यपाल मलिक से करते हुए नीतीश सरकार को बर्खास्त करने की मांग की। बिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी, वरिष्ठ नेता मंगनी लाल मंडल, शिवचन्द्र राम और शक्ति सिंह यादव के साथ राजभवन जाकर राज्यपाल सत्यपाल मलिक से मुलाकात की और उन्हें राज्य में बिगड़ती कानून व्यवस्था तथा दलितों, अल्पसंख्यकों एवं पिछड़ों के खिलाफ हो रहे अत्याचार के संबंध में ज्ञापन सौंपते हुए नीतीश सरकार को अविलंब बर्खास्त करने की मांग की। उन्होंने कहा कि बिगड़ती कानून व्यवस्था और संवेदन शून्य प्रशासन के कारण पिछले छह महीने से बिहार में सभी समुदाय के लोग त्राहिमाम कर रहे हैं। श्री यादव ने कहा कि जनादेश की डकैती कर सत्ता हथियाने वाली जनता दल यूनाइटेड (जदयू)-भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) की सरकार दलितों, पिछड़ों और अल्पसंख्यकों पर जुल्म ढा रही है। ऐसा कोई दिन नहीं गुजरता जब अखबार के पन्नों पर डकैती, लूट और अपहरण की दिल दहला देने वाली खबरें नहीं होती हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में घोटालों की बाढ़ आ गयी है जिसमें सत्ता शीर्ष पर बैठे लोगों की हिस्सेदारी स्पष्ट है। बावजूद इसके सरकार ऐसे लोगों को बचाने के लिये छोटे अधिकारियों को निशाना बनाकर मामले की लीपापोती करने में लगी है। राजद नेता ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी जबतक पद पर बने रहेंगे तब तक इन घोटालों की निष्पक्ष जांच नहीं हो सकती। उन्होंने कहा कि यदि दोनों को पद से नहीं हटाया गया तो ‘कानून का निजाम’ सिर्फ किताबी बात बन कर रह जायेगी और लोगों को लगेगा कि न्याय संभव नहीं है। श्री यादव ने राजभवन से लौटने के बाद संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि जो सरकार गरीब, दलित, पिछड़े और अल्पसंख्यकों के जानमाल की सुरक्षा की गारंटी नहीं ले सकती है उसे सत्ता में बने रहने का कोई अधिकार नहीं है। उन्होंने राज्यपाल से आग्रह किया है कि वे ऐसी सरकार को तुरंत बर्खास्त करें।
गुरुवार, 25 जनवरी 2018
तेजस्वी ने राज्यपाल से नीतीश सरकार को बर्खास्त करने की मांग की
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