समाज का हर तबका पढ़ेगा, तभी बिहार बढ़ेगा : नीतीश कुमार - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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शुक्रवार, 26 जनवरी 2018

समाज का हर तबका पढ़ेगा, तभी बिहार बढ़ेगा : नीतीश कुमार

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पटना, 26 जनवरी, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शिक्षा के महत्व को रेखांकित करते हुए आज कहा कि समाज का हर तबका पढ़ेगा, तभी बिहार बढ़ेगा। श्री कुमार ने यहां 69वें गणतंत्र दिवस के मौके पर पटना जिले के पुनपुन प्रखंड के जाहिदपुर महादलित टोला में झंडोत्तोलन कार्यक्रम में शामिल हुए। कार्यक्रम में 70 वर्षीय दीनदयाल दास ने झंडोत्तोलन किया। श्री कुमार ने इस मौके पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि उनकी सरकार समाज के हर तबके तक शिक्षा की रौशनी पहुंचाने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है। समाज का हर तबका बढ़ेगा, तभी प्रदेश बढ़ेगा। मुख्यमंत्री ने प्रदेश से दहेज, बाल विवाह जैसी सामाजिक कुरीतियों को खत्म करने के लिए लोगों से आगे आने का आह्वान करते हुए कहा कि इन कुरीतियों से छुटकारा पाने के लिए सभी की सहभागिता जरूरी है। बाल विवाह और दहेज प्रथा बड़ी कुरीति है। इसके लिए कानून बना हुआ है लेकिन अब भी समाज में कुरीतियां व्याप्त है। दोनों कुरीतियां बहुत बुरी और एक दूसरे से जुड़ी हुई है। दहेज के कारण ही लोग बेटियों की शादी कम उम्र में ही कर देते हैं, यह सोचकर कि बेटी जब बड़ी हो जाएगी तो ज्यादा दहेज देना पड़ेगा। बाल विवाह के कारण बच्चियों को कितनी परेशानी झेलनी पड़ती है, कई बार वे प्रसव के दौरान मौत की शिकार तक हो जाती हैं। दहेज प्रथा के कारण महिलाओं का उत्पीड़न होता है। यह पहले संपन्न लोगों के बीच प्रचलित था, लेकिन आज यह कुरीति आमलोगों के बीच में फैल चुका है।  श्री कुमार ने कहा, “दहेज प्रथा समाप्त हो सकती है, इसके लिए बस एक संकल्प ले लीजिए, मन बना लीजिए तो यह खत्म हो जाएगा। चाहे कोई रिश्तेदार हो, हमारा दोस्त हो यदि वह अपने लड़के की शादी में दहेज ले रहा है तो उसकी शादी में शामिल न हों। जिस दिन आप मन बना लीजिएगा, उसी दिन से इन कुरीतियों से छुटकारा मिलने लगेगा। हम विकास का काम करते हैं और यह निरंतर गति के साथ होता रहेगा। सरकार विकास चाहे जितना कर दें, यदि समाज सुधार नहीं हुआ तो उस विकास का लाभ आपको नहीं मिल पाएगा।”

मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले साल 21 जनवरी को शराबबंदी एवं नशामुक्ति के पक्ष में आमलोगों ने मानव श्रृंखला बनाकर अपनी भावना का प्रकटीकरण किया था। इस वर्ष 21 जनवरी को दहेज प्रथा एवं बाल विवाह के खिलाफ लोगों ने मानव श्रृंखला बनाकर अपनी भावना एक बार फिर प्रकट की। यदि इन कुरीतियों से छुटकारा मिल जाए तो इसके लाभ की कल्पना नहीं की जा सकी है। श्री कुमार ने पुनपुन के ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व की चर्चा करते हुए कहा कि इसे देखते हुए पुनपुन घाट को और बेहतर बनाया जा रहा है। नदी किनारे छठ घाट का निर्माण भी कराया जाएगा, इसके लिए योजना बनकर तैयार है, जिसमें लगभग 02 करोड़ 46 लाख रुपये खर्च होंगे। इससे छठ एवं पितृपक्ष के कार्यक्रम में सहुलियत होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि पुनपुन नदी में कटाव यहां की एक बड़ी समस्या है। इसे लेकर जल संसाधन विभाग को निर्देश दिया गया है। उन्होंने कहा कि सात निश्चय का कार्यक्रम के अंतर्गत हर घर नल का जल, हर घर तक पक्की-गली का निर्माण, हर गांव के अंदर यह काम हो रहा है, इसी को विस्तारित करते हुए यहां की समस्या का समाधान कर लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि राज्य में हर क्षेत्र में विकास हो रहा है। सड़क, पुल-पुलिया, कृषि, अस्पताल, स्कूल सब क्षेत्रों में काम हो रहे हैं। कार्यक्रम के आरंभ में मुख्यमंत्री का स्वागत पुष्प-गुच्छ एवं अंगवस्त्र भेंटकर किया गया। कार्यक्रम को उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, दलित टोला में ध्वजारोहण करने वाले दीनदयाल दास, विधायक श्याम रजक, पटना जिला परिषद अध्यक्ष अंजू देवी ने भी संबोधित किया। 

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