मधुबनी : डीएम ने किया तृतीय तिमाही की बैठक का आयोजन - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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गुरुवार, 15 फ़रवरी 2018

मधुबनी : डीएम ने किया तृतीय तिमाही की बैठक का आयोजन

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मधुबनी (आर्यावर्त डेस्क) 15 नवंबर, मधुबनी:  जिला पदाधिकारी, मधुबनी की अध्यक्षता में गुरूवार को समाहरणालय स्थित सभाकक्ष में डी.एल.सी.सी. एवं डी.एल.आर.सी. के तृतीय तिमाही की बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में श्री धर्मेन्द्र कुमार, उप विकास आयुक्त, मधुबनी, श्री रामप्रीत पासवान, माननीय विधायक, राजनगर, श्रीमती शीला देवी, माननीय अध्यक्ष, जिला परिषद, मधुबनी एवं सभी बैंकों के जिला समन्वयक तथा जिला स्तरीय विभिन्न विभाग के पदाधिकारियों ने भाग लिया।  बैठक में जिला पदाधिकारी को बताया गया कि इस जिले का साख-जमा अनुपाल 34.65 प्रतिषत है, जो पिछले तिमाही से 1.55 प्रतिषत अधिक है। जिला पदाधिकारी ने बैंक समन्वयकों को राज्य के साख-जमा अनुपात 38.77 प्रतिषत को पूरा करने पर बल दिया गया जिससे जिले के विकास को गति मिले। जिला साख योजना के अंतर्गत प्रगति 58.80 प्रतिषत है, जबकि राज्य की उपलब्धि 66.56 प्रतिषत है। उन्होनें केसीसी के तहत प्रगति 72.85 प्रतिषत है जो दिसम्बर 2017 के निर्धारित लक्ष्य 75 प्रतिषत से 2.15 प्रतिषत कम है। एलडीएम के द्वारा बताया गया कि विद्यार्थी ऋण के तहत कुल 175 आवेदन बैंको को प्राप्त हुआ, जिसमें कुल 167 आवेदन स्वीकृत हुआ एवं 165 छात्रों को ऋण वितरित किया गया है। जिसकी राषि 3.02 करोड़ है। बिहार स्टुडेंट क्रेडिट कार्ड के तहत 326 आवेदन कुल राषि 10.26 करोड़ इस वित्तीय वर्ष के नौ महीने की अवधि में स्वीकृत हुआ और 260 आवेदन कुल राषि 3.44 करोड़ का वितरण 31 दिसम्बर 2017 तक किया गया। जिला पदाधिकारी द्वारा सभीं बैंको के पदाधिकारियों को निदेष दिया गया कि वितरित राषि को पोर्टल में अपलोड किया जाए, जिससे सही वितरण परिलक्षित हो।
      
स्वंय सहायता समूह के तहत बैंको द्वारा 6241 समूहों को कुल ऋण 48.61 करोड़ को क्रेडिट लिंकेज किया गया जबकि वार्षिक लक्ष्य 9421 समूहों का है। पी0 एम0 ई0 जी0 पी0 के तहत 29 आवेदन स्वीकृत की गयी है तथा 19 आवेदन 31.12.2017 तक वितरित की गयी। जी0सी0सी0 3458 आवेदन ऋण राषि 20.07 करोड़ स्वीकृत की गई। बैंको द्वारा कुल 3476 आवेदन प्राप्त हुआ था। डेयरी 2016-17 कुल 80 आवेदन ऋण राषि 1.95 करोड़ स्वीकृत की गयी जिसमें 76 आवेदन कुल राषि 1.40 करोड़ वितरित की गयी। कृषि यंत्रीकरण के तहत 89 आवेदन के विरूद्ध 69 आवेदन कुल राषि 2.30 करोड़ स्वीकृत एवं वितरित की गयी। गृह निर्माण ऋण के तहत 295 आवेदन के विरूद्ध 288 आवेदन कुल राषि 33.02 करोड़  स्वीकृत हुआ जिसमें 283 आवेदन के तहत 24.10 करोड़ राषि वितरित की गयी। जिला पदाधिकारी को बताया गया कि एस0 आर0 टी0 ओ0 (आॅटो लोन) के तहत 192 आवेदन बैंको को प्राप्त हुआ जिसमें 191 आवेदन कुल राषि 5.02 करोड़ स्वीकृत एवं वितरित की गयी।
    
 मुद्रा ऋण योजना के तहत 3264 आवेदन कुल राषि 57.64 करोड़ स्वीकृत की गयी जिसमें 32652 आवेदन कुल राषि 56.53 करोड़ वितरित की गई। एन0यु0एल0एम0 के तहत वार्षिक लक्ष्य 237 के विरूद्ध 118 आवेदन स्वीकृत एवं वितरित की गयी। जे0एल0 जी0 के तहत वार्षिक लक्ष्य 4717 के विरूद्ध वत्र्तमान वित्तीय वर्ष के तृतीय तिमाही के समाप्ति तक 7855 आवेदन स्वीकृत एवं वितरित की गयी। जिला पदाधिकारी द्वारा को बताया गया कि बैंको के कुल सक्रिय खातों का 71.19 प्रतिषत आधार लिंक कर दिया गया है। जिला पदाधिकारी ने सभी बैंक के पदाधिकारियों को आधार सिडिंग कार्य को तीव्र गति से करने का निदेष दिया गया। मुर्गी पालन के तहत प्राप्त 21 आवेदनो में से 17 आवेदन कुल राषि 0.66 करोड़ स्वीकृत की गयी जिसमें 17 आवेदन कुल राषि 0.61 करोड़ वितरित की गई है। जिला पदाधिकारी ने कहा कि कृषि ़क्षेत्र को प्राथमिकता के आधार पर विषेषकर के0सी0सी0, डेयरी आदि के लिए अधिक-से-अधिक लाभुकों को ऋण मुहैया कराने का निदेष दिया। जिन बैंको का उपलब्धि कम है, उनके उच्चधिकारियों को सूचित किया जाय। बिहार स्टुडेंट क्रेडिट कार्ड के तहत आवेदनों का त्वरित निष्पादन किया जाय। उन्होंने साख-जमा अनुपात को बढ़ाने का अहृान किया, जो जिले के विकास को परिलक्षित करता है। समाजिक सुरक्षा योजना के तहत पेंषन दी जाती है, कई मामलों में लाभुकों को पेंषन की राषि 2014 से लंम्बित है, जिसका कारण लाभुआंे का खाता बैंको में निष्क्रिय या बंद होना है। जिला पदाधिकारी ने वैसे  खातो को अविलंब चालू करने का निदेष दिया। माननीय राजनगर विधायक श्री रामप्रीत पासवान ने गरीबों को ऋण देने में बैंको द्वारा आना-कानी न करने एवं बेहतर सेवा देने की अपील की गयी। साथ ही उन्होेंने उन क्षेत्रों में जहां बैंकिग सुविधा की जरूरत है, वहाॅ बैंकिंग सेवा उपलब्ध कराने का सलाह दिया। श्री ब्रीजेष कुमार,एल0डी0ओ0, भारतीय रिजर्व बैंक ने बैंको के साख-जमा अनुपात बढ़ाने एवम जिला योजना के तहत निर्धारित लक्ष्य को षत-प्रतिषत पूरा करने का निर्देष दिया।

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