केन बेतवा परियोजना का मार्ग प्रशस्त, मध्यप्रदेश के साथ सहमति बनी - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

बुधवार, 14 फ़रवरी 2018

केन बेतवा परियोजना का मार्ग प्रशस्त, मध्यप्रदेश के साथ सहमति बनी

ken-betwa-schemes
नयी दिल्ली, 14 फरवरी, राजग सरकार के महत्वाकांक्षी नदी जोड़ो कार्यक्रम के तहत केन बेतवा लिंक परियोजना पर काम जल्द ही शुरू होगा क्योंकि इस बारे में महत्वपूर्ण अवरोधों को दूर करते हुए केंद्र और मध्यप्रदेश सरकार के बीच अगले तीन..चार दिनों में समझौता होने जा रहा है। जल संसाधन, नदी विकास एवं गंगा संरक्षण मंत्री नितिन गडकरी ने यहां बताया कि केन बेतवा नदी जोड़ो परियोजना के बारे में उत्तरप्रदेश पहले ही तैयार था और अब मध्यप्रदेश के साथ भी सहमति बन गई है और अगले तीन..चार दिनों में इस बारे में समझौता हो जायेगा । उन्होंने कहा कि केंद्र ने मध्यप्रदेश की महत्वपूर्ण मांगों को स्वीकार कर लिया है और इसके बारे में 99 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है और औपचारिकताएं ही शेष हैं । गौरतलब है कि मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को इस विषय पर गडकरी के साथ दिल्ली में बैठक की थी । बुंदेलखंड क्षेत्र की महत्वाकांक्षी केन-बेतवा लिंक परियोजना की मूल विस्तृत परियोजना रिपोर्ट :डीपीआर: में इसे दो चरणों में पूरा किया जाना था । जल संसाधन मंत्रालय ने मूल परियोजना रूपरेखा में परिवर्तन करते हुए अब दोनों चरणों को एक साथ मिला दिया है। जल संसाधन, नदी विकास मंत्रालय द्वारा केन बेतवा लिंक के प्रथम और द्वितीय चरण को मिलाने का फैसला मध्यप्रदेश सरकार के आग्रह पर किया गया है । इससे जुड़ी औपचारिकताओं को पूरा कर लिया गया है । दोनों चरणों को साथ मिलाने पर परियोजना की लागत में वृद्धि होने का भी अनुमान है ।

दूसरी ओर, सूत्रों ने बताया कि इस परियोजना का उद्घघाटन प्रधानमंत्री द्वारा किए जाने की उम्मीद है । हालांकि इसकी तिथि और स्थान अभी तय नहीं है । परियोजना के दोनों चरणों को साथ मिलाने के बाद इसकी अनुमानित लागत 26 हजार करोड़ रूपये से अधिक हो सकती है। मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश सरकार के बीच केन-बेतवा नदी को जोड़ने वाली योजना पर सहमति बन गई है। सूत्रों ने बताया कि सभी प्रकार की कानूनी स्वीकृतियां प्राप्त होने के बाद परियोजना को जब कार्यान्वित करने का समय आया तो मध्यप्रदेश सरकार ने पानी के आवंटन को लेकर नई मांग रख दी जिसके बाद इस पर उत्तरप्रदेश और मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्रियों के साथ जल संसाधन मंत्री ने बैठक की थी । मध्यप्रदेश ने कथित तौर पर जोर दिया था कि निचले ओर्र बांध, बीना कम्प्लेक्स और कोठा बराज परियोजना से जुड़े कार्यो को पहले चरण में लिया जाये । मूल परियोजना ढांचे में इन तीनों परियोजनाओं को दूसरे चरण में लिया जाना था । सूत्रों ने बताया कि अब मध्यप्रदेश के साथ मुद्दों को सुलझा लिया गया है और अब दोनों चरणों को मिलाकर एक ही चरण में काम पूरा किया जायेगा । इसके कारण लागत में भी कुछ संशोधन होगा ।

परियोजना का वित्तपोषण केंद्र और राज्य के बीच 90 : 10 के अनुपात में होगा। राजग सरकार की महत्त्वाकांक्षी 'नदी जोड़ो योजना' के तहत केन और बेतवा नदी को जोड़ने के प्रयासों के बीच कुछ वर्गो की ओर से सवाल उठाये जा रहे हैं कि यदि केन में अक्सर आने वाली बाढ़ में बर्बाद होने वाला पानी बेतवा में पहुंचकर हजारों एकड़ खेतों में फसलों को सींचेगा तो ऐसे में पन्ना बाघ अभयारण्य का क्या होगा? वहीं सरकार का कहना है कि यह परियोजना बुंदेलखंड के लोगों के लिये खुशहाली की सौगात लायेगी । इससे पेयजल उपलब्धता के साथ सिंचाई सुविधा को बेहतर बनाया जा सकेगा। इसके कारण लोगों का पलायन भी रुकेगा । इससे उत्तरप्रदेश और मध्यप्रदेश में कई लाख हेक्टेयर भूमि को भी सिंचित किया जा सकेगा ।

कोई टिप्पणी नहीं: