रायबरेली : जगमोहनेश्वर मंदिर में धूमधाम से मनाई गई महाशिवरात्रि। - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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गुरुवार, 15 फ़रवरी 2018

रायबरेली : जगमोहनेश्वर मंदिर में धूमधाम से मनाई गई महाशिवरात्रि।

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रायबरेली (आर्यावर्त डेस्क) शिवरात्रि के पावन पर्व पर  शिवमंदिरों में भगवान शिव की  पूजा बड़ी धूमधाम से की जाती है ।  रायबरेली शहर के चंदापुर कोठी में स्थित भगवान जगमोहनेश्वर मंदिर में भगवान शिव की  डी.जे.व बैण्ड पार्टी की धुन पर शिव बारात निकाली गयी।  इस बारात में शिव  भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा। बारात का जगह-जगह स्वागत हुआ।  मंदिर के प्रांगण में आकर्षक झांकियां भी सजाई गई । साथ ही विशाल भंडारे का आयोजन आज किया जो देर रात तक चलता रहा।  आपको बता दें कि, रायबरेली शहर का प्रसिद्ध जगमोहनेश्वर मंदिर करीब सवा सौ वर्ष से ज्यादा पुराना है। इस मंदिर का शिव लिंग स्फटिक की तरह चमकता रहता है। श्रद्धालुओं का मानना है कि शिव लिंग सबेरे काले रंग का , दोपहर में सफेद रंग का  और शाम को यह भूरे रंग का दिखता है।   तीन माह लगातार दर्शन करने से भक्तों की मनोकामना  पूरी हो जाती हैं।  चंदापुर परिवार के राजासाहब हर्षेद्र सिंह ने मंदिर के बारे में जानकारी देते हुए कहा  कि उनके बाबा राजा जगमोहनेश्वर ने मंदिर का निर्माण 1880 में कराया था।   जब वह शिवलिंग लाने के लिए नर्मदा नदी गये थे, तब उनके हाथ में कई दिनों तक कोई शिवलिंग नही आया था।  भगवान शिव से प्रार्थना करते हुए उन्होंने कहा कि आज अगर शिवलिंग न मिला तो कभी लौट कर नही जायेंगे। उसी दिन जब वे नदी में गये तो डुबकी लगाने पर उनके हाथ में एक नही दो शिवलिंग आ गये।

 दोनो स्फटिक की तरह चमक रहे थे, एक की स्थापना शहर की चंदापुर कोठी में कराया जिसका नाम जगमोहनेश्वर पड़ा। दूसरे शिवलिंग की स्थापना काशी विश्वनाथ मंदिर के प्रवेश द्वार पर करायी थी। इसलिए हर शिवरात्रि पर विशाल शोभा यात्रा काली मंदिर निकाली जाती है। यह प्रमुख मार्गो से होकर गुजरती है। साथ ही इस महापर्व के दूसरे दिन विशाल  नगर भोज का आयोजन किया जाता है ।  आपको बताते चलें कि श्रद्धालु बड़े धूमधाम से इस पर्व को मनाते हैं।  शिवरात्रि के दिन जलाभिषेक करने के लिए सुबह से ही मंदिर में भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ता है।




रवि श्रीवास्तव
पत्रकार

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