बिहार : नीतीश ने बिहार विधानसभा में राजद पर जम कर प्रहार किया - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

बुधवार, 28 फ़रवरी 2018

बिहार : नीतीश ने बिहार विधानसभा में राजद पर जम कर प्रहार किया

nitish-reply-tejaswi-in-assembly
पटना, 28 फरवरी, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज विपक्षी राष्ट्रीय जनता दल (राजद) पर करारा प्रहार किया और उसे महागठबंधन से निकलने के लिए जिम्मेदार ठहराया एवं उस पर संपत्ति अर्जित करने के लिए सत्ता का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया। विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब देते हुए कुमार ने कहा कि जदयू, राजद और कांग्रेस के महागठबंधन में उनके बने रहने से चारा घोटाला मामलों में लालू प्रसाद की दोषसिद्धि की स्थिति में उनके लिए असहज स्थिति पैदा हो जाती। उन्होंने एक घंटे से अधिक समय के अपने भाषण में कहा, ‘‘हमने सेवा के लिए, न कि मेवा के लिए महागठबंधन बनाया था । मुझ पर जनादेश के साथ विश्वासघात का आरोप लगाया गया। क्या जनादेश बेनामी लेन-देन के माध्यम से जमीन हथियाने के लिए था।’’ उनके भाषण में पहले 45 मिनट तक विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव की अगुवाई में राजद सदस्यों ने व्यवधान डाला। उसके बाद एक राजद सदस्य को छोड़कर बाकी विपक्षी विधायक बहिर्गमन कर गये। कुमार ने कहा, ‘‘विकास और न्याय के साथ सुशासन 2005 से मेरा उद्देश्य रहा। मैंने 20 महीने (जब महागठबंधन सत्ता में था) के दौरान भी इन आदर्शों से समझौता नहीं किया। ’’  मुजफ्फरपुर में पिछले हफ्ते सड़क हादसे में नौ बच्चे की मौत पर दुख प्रकट करते हुए कुमार ने कहा कि मद्यनिषेध से दुर्घटनाओं में कमी आयी है। उन्होंने राजद पर सत्ता में रहने के दौरान मद्यनिषेध का समर्थन करने और अब पीछे हट जाने का आरोप लगाया। प्रस्ताव पर कुमार के जवाब को सदन ने ध्वनिमत से मंजूर कर लिया।

कोई टिप्पणी नहीं: