सीहोर (मध्यप्रदेश) की खबर 06 फ़रवरी - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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मंगलवार, 6 फ़रवरी 2018

सीहोर (मध्यप्रदेश) की खबर 06 फ़रवरी

*सफलता की कहानी*
  • *अशोक का शोक दूर हुआ मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना से*
  • *लोककल्याणकारीराज्य की अवधारणा को सार्थक करती शासन की योजना*

sehore news
ये कहानी है सीहोर शहर से बारह किलोमीटर दूर स्थित ग्राम सेमरादांगी मे निवासरत् परम्परागत केश शिल्पी के व्यवसाय मे लगे श्री रामेश्वर -श्रीमती कृष्णा सेन के घर आज से लगभग 35 वर्ष पूर्व जन्मे बालक अशोक सेन की। चूँकि पेशा परम्परागत् था तो पारिश्रमिक भी प्रचलित परंपराओं के अनुरूप साल मे दो बार फसल आने पर अनाज के रूप मे सामने वाले की इच्छानुसार। पूरे वर्ष केशकर्तन के अलावा मरण-करण आदि कार्यों मे सारे गाँव को सेवाएं देना और आय की कोइ निश्चितता नहीं। घोर गरीबी मे पले -बडे अशोक का बचपन गरीबी के दंश और अपमान की गहरी अनुभूतियों से भरा रहा। शासकीय स्कूल मे साथ पढने वाले गाँव के बडे घर के बच्चों द्वारा कभी चम्पी और कभी मालिश की बेगार करा लेना आम बात थी कभी-कभी बेगार न किये जाने पर चपतिया भी दिया जाता था। घर की विकट आर्थिक स्थिति और गाँव की रूढिवादी मानसिकता को देख अशोक चौदह वर्ष की उम्र मे सीहोर एक सैलून पर नाई की नौकरी करने लगे तन्ख्वाह थी दस रुपये रोज और काम का समय सुबह आठ बजे से रात नौ बजे तक। जीतोड़ परिश्रम प्रांरभ हो चुका था अपनी परिस्थितियों और किस्मत को बदलने का। तन्ख्वाह के दस रुपये मे से दो रुपया रोज साइकिल किराये मे चला जाता बचते आठ रुपये मतलब रोज कमाओ-रोज खाओ;विकास का कोई रास्ता नज़र न आता। अशोक ने आय मे वृद्धि के लिए कौशल प्राप्त करने का ठाना और निकल पडा इन्दौर जहाँ उसने लगभग तीन साल अपने काम मे माहिती हासिल की फिर भोपाल कुछ वर्ष एक अच्छे सैलून पर नौकरी की किन्तु पारिवारिक कारणों से गाँव आना पड़ा गृहस्थी की गाड़ी खींचने के लिए सीहोर के सैलून पर नौकरी वही जीतोड़ मेहनत और कमाई साठ से सत्तर रूपये रोज इस तरह सात साल गुजरे,अशोक  शहर के उत्कृष्ट केश शिल्पी के रूप मे पहचान स्थापित करने मे सफल रहा किन्तु आर्थिक हालात अब भी बद्तर थे।  बहुत से सुपरिचित हो चुके धनाढ्य लोगों से उसने स्वयं का सैलून स्थापित करने की इच्छा जताते हुए थोडी आर्थिक मदद की याचना की पर कोई भी तैयार न हुआ उसे समझ आ चुका था 

*भला गरीब का भी कोई दोस्त होता है क्या।*
अशोक शोकग्रस्त रहने लगा ऐसे ही 2015 मे एक दिन  केशकर्तन करते उसने अपना दुःख सीहोर के जनसंपर्क अधिकारी के सामने रखा, उन्होंने उसे मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना की जानकारी देते हुए पूरी प्रक्रिया से भी अवगत कराया। अशोक को आशा की किरण दिखाई दी उसने जिला उद्योग केन्द्र मे संपर्क कर खुद का हेयर कटिंग सैलून डालने का प्रकरण तैयार करने हेतु आवेदन दिया। पंद्रह दिवस मे ही अशोक को केनरा बैंक से तीन लाख रुपये का लोन प्राप्त हो गया बिना किसी ग्यारंटर के, सबसिडी के साथ; क्योंकि ग्यारंटी तो मध्यप्रदेश सरकार दे रही है। बस स्टैंड के पास किराए की दुकान मे डल गया *अलबेला जेन्ट्स पार्लर*हेयरकटिंग सैलून। डल गया तो चल भी गया और अशोक के कौशल के चलते ऐसा चला कि आज अशोक की दोनों बेटियाँ शहर के प्रसिद्ध अंग्रेजी स्कूल मे पढ़ रहीं हैं। अशोक ने तीन कुशल लोगों को सम्मानजनक पारिश्रमिक पर रोजगार दे रखा है,बैंक की किश्तें समय पर चुका रहें हैं और समस्त खर्च के बाद लगभग बीस हजार रुपया महिना अर्जित कर रहें हैं। और हाँ एक बात तो छूट ही गयी...अशोक अब खुद का चार पहिया वाहन  भी मेंटेन कर रहें हैं वीकेंड मे परिवार के साथ कार से अपने गाँव जाते हैं और जरुरतमंदों को इस तरह की योजनाओं की जानकारी  देते हुए कहते हैं गरीब का कोई दोस्त नहीं होता किन्तु सरकार सबकी दोस्त होती है। शासन की यह योजना सीहोर जिले मे अपने कुशल और त्वरित क्रियान्वयन से लोककल्याणकारी राज्य की अवधारणा को सार्थक कर रही है। यह योजना न होती तो अशोक ताउम्र शोकग्रस्त ही रहता और सदियों से जारी गरीबी के दुष्चक्र  मे आगामी पीढ़ियां भी फंसी रहती। अब कैसा लग रहा है पूछने पर अशोक की पत्नी रीना की आँखों मे खुशी के आंसू छलकने लगते हैं कहतीं हैं मुख्यमंत्री जी ने ऐसी योजना बनाकर भाई होने का धर्म सच्चाई से निभाया है।

युवा कांग्रेस ने पकोड़े तल कर जताया विरोध                 

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सीहोर। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के पकौड़े वाले भाषण को लेकर अब सियासत गर्मा गई है। विपक्ष ने इसको लेकर हमले करना शुरु कर दिए है।युवा कांग्रेस अध्यक्ष राजीव गुजराती बताया कि आज युवा कांग्रेस द्वारा स्थानीय बड़ा बाज़ार में प्रधानमंत्री पकोडा रोजग़ार योजना का  स्टाल लगाया।इसी कड़ी में आज मप्र के सीहोर में युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कुणाल चौधरी ने पकौड़े तल कर विरोध किया और जमकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।दरअसल,  देश मे बढ़ती बेरोजगारी के संदर्भ में पिछले दिनों देश के प्रधानमंत्री नरेंद मोदी और सोमवार को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने पकौड़े बनाने वालों को भी रोजगार के रूप में प्रदर्षित किया था। इसी बात को कांग्रेस नेमुद्दा बनाया ओर युवक कांग्रेस ने इसी मुद्दे को लेकर पूरे प्रदेश में प्रदर्शन किया। इसी कड़ी में आज प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहानके गृह जिले में युवक कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कुणाल चौधरी ने बडे़ बाजार में युवक कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के साथ पकौड़े तलकर बेरोजगारों का मजाक बनाने वाले मोदी और शाह का विरोध किया।इस दौरान युवक कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाजी भी की ।गौरतलब है कि सोमवार को बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने सांसद के रूप में शपथ लेने के बाद राज्यसभा में अपना पहला भाषण दिया। जिसमें उन्होंने कहा कि पड़ लिखकर बेरोजगारी से अच्छा पकौड़े बेचना है।प्रदर्शन में शहर कांग्रेस अध्यक्ष  ओम वर्मा, पूर्व नपा अध्यक्ष राकेश राय, पूर्व नपा अध्यक्ष रुक्मणी रोहिला, उपाध्यक्ष जिला कांग्रेस कमलेश कतारे, पवन राठौर, विवेक राठौर, रमेश राठौर, एन एस यू आई जिलाध्यक्ष आनंद कटारिया,  राहुल ठाकुर, शंकर खरे, घनश्याम यादव, सीताराम भारती, प्रीतम चौरसिया, ओम बाबा राठौर, तुलसी राठौर, मनीष कटारिया, पीयूष मलवीयज़,मुकेश ठाकुर, मुस्तुफा अंजुम,देवेंद्र ठाकुर, सोनू परिहर्ज़, गजराज परमार, अवदेस परमार, नायाब खान, अमीर खान, मनीष मेवाड़ा, उत्तम जयसवाल,,अनुभव सेन, कमलेश यादव, प्रणय शर्मा, आदित्य उपाधयाय, राहुल गोस्वामी,शुर्यनाश जादौन, रवि चौधरी, निखिल पटेल, विनीत त्यागी आदि कार्यकर्ता उपस्थित थे।

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