- स्कूल में शौचालय नहीं रहने का कारण गढ़ा
नालंदा.इस जिले में है बिन्द प्रखंड . इस प्रखंड में ताजनी ग्राम पंचायत में है मकनपुर गांव.इस गांव में है एक विघालय है. इस विघालय का नाम है प्राथमिक विघालय, मकनपुर.यहां पर चार शिक्षक हैं.दो पुरूष और दो महिला. विडम्बना है कि इस विघालय में एक भी शौचालय नहीं है. इसका खामियाजा टीचर और स्टूडेंट्स भुगत रहे हैं.स्टूडेंट्स तो एक नम्बर (सू सू ) के लिये मैदान में और दो नम्बर (शौच) के लिये खड्डा में चले जाते हैं.रही बात 4 शिक्षकों की . इनमें 2 महिला शिक्षक हैं.उसमें कुमारी अम्ब्रिका हैं. जो तीन साल से प्राथमिक विघालय में पंचायत शिक्षका के रूप में पदस्थापित हैं. उनका स्पष्ट रूप से कहना है कि स्कूल में शौचालय नहीं रहने के कारण शौचक्रिया नहीं कर पाती.उसके कारण गॉल ब्लाडर हो गया है.जानकार लोगों का कहना है कि उनका आरोप निराधार है.शौच नहीं करना गॉल ब्लाडर का कारक नहीं है. पंचायत शिक्षिका कुमारी अम्ब्रिका का कहना है कि पंचायत शिक्षिका पद पर तीन साल से कार्यरत हैं. आजतक वेतनादि नहीं मिला है. इसके कारण गॉल ब्लाडर का ऑपरेशन नहीं कर पा रही है.काफी परेशानी का सामना करने वाली शिक्षका का कहना है कि नाजायज ढंग से बहाली की गयी थी. कम अंक वालों को बहाल कर लिया गया.इसके खिलाफ 9 प्रभावितों ने मसला को माननीय पटना उच्च न्यायालय में लिया.कार्य बहाल है मगर वेतनादि नहीं मिल रहा है.
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