नौसेना ने किया जमीन पर मार करने वाली ब्रह्मोस मिसाइल का सफल परीक्षण - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

शुक्रवार, 21 अप्रैल 2017

नौसेना ने किया जमीन पर मार करने वाली ब्रह्मोस मिसाइल का सफल परीक्षण

indian-navy-successfully-fires-the-first-brahmos-land-attack-missile-from-a-ship
नयी दिल्ली 21 अप्रैल,  नौसेना ने ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल के समुद्र से जमीन पर मार करने वाले संस्करण का आज पहला सफल परीक्षण किया जिसके साथ भारत इस तरह की मारक क्षमता से लैस चुनिंदा देशों के क्लब में शामिल हो गया। नौसेना के अनुसार लंबी दूरी की इस मिसाइल का परीक्षण नौसेना के युद्धपोत तेग से बंगाल की खाडी में किया गया। इसके लिए जमीन पर एक लक्ष्य निर्धारित किया गया था। नौसेना के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार परीक्षण सफल रहा और इसके वांछित परिणाम मिले हैं। ब्रह्मोस मिसाइल भारत और रूस ने संयुक्त रूप से विकसित की है और इसका पोत रोधी संस्करण पहले ही भारतीय नौसेना में शामिल किया जा चुका है। नौसेना के कोलकाता , रणवीर , और तेज जैसे ज्यादातर प्रमुख युद्धपोत इस मिसाइल को दागने में सक्षम हैं। जमीन पर मार करने वाली ब्रह्मोस के सफल परीक्षण से नौसेना की मारक क्षमता बढ गयी है और वह समुद्र के अंदर से जमीन पर काफी दूर तक निर्धारित लक्ष्य को सफलतापूर्वक भेदने में सक्षम हो गयी है। इस मिसाइल के परीक्षण के साथ ही भारतीय नौसेना इस क्षमता से लैस चुनिंदा नौसेनाओं के क्लब में शामिल हो गयी है।

कोई टिप्पणी नहीं: