नयी दिल्ली/ दार्जिलिंग 08 जून, पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग में आज गोरखा जनमुक्ति मोर्चा(जीजेएम) समर्थकों आैर पुलिस के बीच झड़प ने हिंसक रूप ले लिया और पथराव से उत्तरी बंगाल के पुलिस उपमहानिरीक्षक राजेश यादव सहित कम से कम 50 पुलिस कर्मी घायल हो गये, इस बीच सेना के सूत्रों ने दिल्ली में बताया कि राज्य सरकार ने स्थिति से निपटने के लिए सेना भेजने का अनुरोध किया था, जिसके बाद वहां सेना की दो टुकड़ियां भेजी गयी है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की राजधानी कोलकाता से बाहर दार्जिलिंग में पहली कैबिनेट बैठक के दौरान हुई इस झडप में तीन पुलिस अधिकारियों एवं एक महिला कांस्टेबल समेत 50 से अधिक पुलिसकर्मी घायल हुये हैं। हिंसक प्रदर्शनकारियों ने 15 से अधिक वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया वहीं एक यातायात चौकी में आग लगा दी। एक उच्चाधिकारी के मुताबिक अभी स्थिति नियंत्रण में है। दूसरी तरफ बिमल गुरुंग की अगुवाई वाले जीजेएम ने कल 12 घंटे का दार्जिलिंग बंद का आह्वान किया है। पार्टी के सहायक सचिव विनय तमांग ने भानु भवन में जीजेएम की बैठक के बाद बताया कि अगली कार्रवाई के बारे में में कल घोषणा की जायेगी। सुश्री बनर्जी ने कहा है कि वह स्थिति के सामान्य होने तक दार्जिलिंग में रहेगी। उन्होंने दाजिर्लिंग में फंसे सभी पर्यटकों को वहां से निकालने के लिये प्रशासन को निर्देश भी दिया है। उल्लेखनीय है कि सैकड़ों जीजेएम कार्यकर्ताओं ने पुलिस बैरिकेड तोड़कर बैठक स्थल राजभवन की ओर बढ़ने का प्रयास किया। पुलिस ने उन्हें राेकने की कोशिश की तो उन्होंने पुलिस पर पथराव किया और कांच की बोतलें फेंकी। प्रदर्शनकारी दोपहर बाद साढ़े 12 बजे से धरने पर बैठे थे। प्रदर्शनकारियों को काबू में करने के लिए पुलिस को लाठी चार्ज करना पड़ा। इसके बाद भी जब प्रदर्शनकारी नहीं माने तो उन्हें तितर-बितर करने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले दागने पड़े।
शुक्रवार, 9 जून 2017
दार्जिलिंग में जीजेएम-पुलिस के बीच झड़प, 50 पुलिस कर्मी घायल
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