किसी भी प्रकार का अवैध उत्खनन या पशु तस्करी जैसे कृत्यों में शामिल वालों व्यक्तियों के विरूद्ध होगी कड़ी से कड़ी कार्रवाई। अवैध पत्थर व कोयला उत्खनन के लिये दोषी होंगे जिला खनन पदाधिकारी, अंचल अधिकारी व थाना प्रभारी। शिकायतों पर इनके विरुद्ध होगी सीधी कार्रवाई। सोशल मीडिया पर नजर रखी जाय। अफवाह या शांति भंग करने जैसी मिथ्या खबरों को पोस्ट करने वालों या समाज की समरसता को बिगाडने वालों केे विरूद्ध कानून के दायरे में कार्रवाई की जाय।
दुमका (अमरेन्द्र सुमन) उप राजधानी दुमका के किसी भी प्रखण्ड में अवैध पत्थर व कोयला उत्खनन हुआ तो जिला खनन पदाधिकारी, अंचल अधिकारी व थाना प्रभारी पर सीधी कार्रवाई होगी। जिला के आलाधिकारियों के साथ डीएसपी मुख्यालय व ग्रामीण, सभी प्रखण्डों के बीडीओ, अंचल अधिकारियों व सभी थाना के थाना प्रभारियों के साथ विधि व्यवस्था की समीक्षा करते हुए कहा उपरोक्त बातें डीसी मुकेश कुमार ने कही। उन्होंने कहा कि प्रत्येक माह के दूसरे शनिवार व चैथे शनिवार को थाना दिवस मनाया जायेगा। शांति समिति की समीक्षा के क्रम में डीसी ने कहा कि आवश्यकता हो तो नये लोगों को शंाति समिति में जोड़ा जाय तथा इसे अधिक प्रभावशाली बनाया जाय। डीसी श्री कुमार ने कहा कि सोशल मीडिया पर आने वाली खबरों पर नजर रखी जाय तथा वैसे लोग जो अफवाह या शांति भंग करने जैसी मिथ्या खबर पोस्ट कर रहे हैं या समाज की समरसता को बिगाड रहे हैं केे विरूद्ध कानून के दायरे में कार्रवाई की जाय। डीसी ने यह स्पष्ट निदेश दिया कि इस जिले में किसी भी प्रकार का अवैध उत्खनन या पशु तस्करी नहीं होगी। इन कृत्यों को करने वालों के विरूद्ध कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाय। उन्होंने कहा कि गैरकानूनी तरीके से काम करने वालों के विरुद्ध कार्रवाई नहीं की जाती है, कार्रवाई से मुकर जाने वाले के विरुद्ध शिकायत मिलती है तो जांच के बाद संबंधित अधिकारियों के विरूद्ध कार्रवाई की जायेगी। इसलिये सभी चेत जायें। डीसी ने कहा कि शांति भंग करने वाले असमाजिक तत्वों के विरूद्ध हर संभव कड़ी कार्रवाई की जाय और जरूरत पड़े तो जिला बदर करने का भी प्रस्ताव दें। साज द्वारा बनाये जा रहे सड़कों की समीक्षा करते हुए डीसी मुकेश कुमार ने 30 जून तक हर हाल में नाला-मसलिया पथ पर सभी विद्युत पोल सिफ्ट करने का निदेश कार्यपालक अभियंता को दिया। उन्होंने कहा कि भूमि अर्जन हो या कोई अन्य पहलू, सभी कार्य निश्चित टाईम लाईन में किया जाय। कार्य न होने की कोई सफाई नहीं सुनी जाऐगी। श्रावण माह से पहले हंसडीहा-नोनीहाट पथ को पूरी तरह कांवरियों के अनुकुल करने का निदेश डीसी ने कार्यपालक अभियंता को दिया। उन्होंने कहा कि कार्यपालक अभियंता की यह व्यक्तिगत जिम्मेदारी होगी कि वे इस पथ के कार्य की प्रगति का पर्यवेक्षण करें। बैठक में ईईआरसीडी दुमका के घनश्याम कुमार अग्रवाल, आईटीएल दुमका के मैटरियल इंजीनियर राम सुमिरन शर्मा, आरसीपीएल के प्रोजेक्ट मैनेजर कुमार राजेश इस अवसर पर उपस्थित थे।
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