लंदन, 30 जून, दुनिया के पूर्व नंबर एक टेनिस खिलाड़ी रोजर फेडरर का मानना है कि जब वह रिकार्ड आठवें विंबलडन खिताब के लिए चुनौती पेश करेंगे तो क्ले कोर्ट सत्र से बाहर रहने का उनका फैसला काफी फायदेमंद साबित होगा। फेडरर ने आस्ट्रेलिया ओपन जीतकर सत्र की बेहतरीन शुरआत की थी लेकिन इसके बाद वह फ्रेंच ओपन और इससे पहले होने वाले टूर्नामेंटों में नहीं खेले जिससे कि विंबलडन के लिए तरोताजा रह सकें। पैंतीस वर्षीय फेडरर को पता है कि फ्रेंच ओपन की तुलना में उनके पास विंबडलन में खिताब जीतने का बेहतर मौका है जहां वह पहले भी सात बार खिताब अपने नाम कर चुके हैं। फेडरर ने फ्रेंच ओपन का खिताब सिर्फ एक बार जीता है। फेडरर वापसी करते हुए स्टुटगार्ट में पहले दौर में ही हार गए लेकिन हाले में ग्रास कोर्ट टूर्नामेंट में उन्होंने नौवीं बार खिताब जीता और उन्हें अच्छे प्रदर्शन का भरोसा है। फेडरर ने संवाददाताओं से कहा, इसके पीछे का विचार दूसरे हफ्ते के खेल के दौरान मानसिक रूप से तरोताजा और खेलने का इच्छुक रहना है। उन्होंने कहा, ग्रास कोर्ट सत्र से कोई समझौता किए बगैर मैं ऐसा करने में सफल रहा हूं। शुरआत में सात हफ्ते का विश्राम लेने वाला था और फिर क्ले टूर्नामेंट खेलता लेकिन मैंने 10 हफ्ते आराम करने का फैसला किया। फेडरर ने कहा, मुझे कोई मलाल नहीं है। जब मैं कोई फैसला करता हूं तो उसके साथ रहता हूं। मुझे ग्रास कोर्ट पर काफी अ5यास करने का मौका मिला। अब जब विंबलडन शुरू होने वाला है तो आप सर्वश्रेष्ठ महसूस करना चाहते हो और सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना चाहते हो।
शुक्रवार, 30 जून 2017
विंबलडन में इतिहास रचने के लिए फेडरर तैयार
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