कृषि के लिए सिंचाई जरूरी, नहीं तो उत्पादकता बढ़ानी मुश्किल : नीतीश - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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गुरुवार, 29 जून 2017

कृषि के लिए सिंचाई जरूरी, नहीं तो उत्पादकता बढ़ानी मुश्किल : नीतीश

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जहानाबाद 29 जून, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य में कृषि के विकास के लिए सिंचाई व्यवस्था को सुदृढ़ करने की जरूरत पर बल देते हुए आज कहा कि कृषि के लिये सिंचाई जरूरी है, नहीं तो उत्पादकता नहीं बढ़ेगी। श्री कुमार ने जहानाबाद में नवनिर्मित उदेरास्थान बराज योजना का उद्घाटन करने के बाद आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि बिहार की करीब 76 प्रतिशत आबादी कृषि पर निर्भर है। जब तक खेती का और विकास नहीं होगा, तब तक लोगों की आर्थिक स्थिति में अधिक सुधार नहीं होगा। उन्होंने कहा कि कृषि के लिये सिंचाई जरूरी है, नहीं तो उत्पादकता नहीं बढ़ेगी और इस कारण किसानों की आमदनी नहीं बढ़ पायेगी। उन्होंने कहा कि उदेरास्थान योजना से 42 हजार हेक्टेयर भूमि की सिंचाई की जायेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि सिंचाई विभाग की समीक्षा के क्रम में यह बात सामने आयी कि सिंचाई विभाग मुख्यतः बाढ़ नियंत्रण का ही कार्य कर रहा था। सिंचाई विभाग के कार्यों को दो भागों में बांटा गया है। एक भाग सिंचाई परियोजनाओं के कार्यान्वयन का कार्य करेगा जबकि दूसरा भाग बाढ़ नियंत्रण का कार्य करेगा। अब एक ओर जहां विभाग बाढ़ नियंत्रण का कार्य कर रहा है तो दूसरी तरफ सिंचाई योजनाओं पर भी काम हो रहा है। एक-एक कर सिंचाई योजनाओं को पूरा किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बराज के साथ ही वितरणियों को भी प्रभावशाली बनाना होगा, नहीं तो बराज योजना का फायदा नहीं मिल पायेगा। पानी को खेत तक पहुंचाने के लिये वितरणियों को प्रभावशाली करना जरूरी है।

श्री कुमार ने शराबबंदी की चर्चा करते हुए कहा, “हमें समाज की कुरीतियों से छुटकारा पाना है। शराबबंदी के बाद प्रदेश का माहौल बदल गया है। शराबबंदी के बाद अब बिहार को नशामुक्ति की ओर ले जाना है। इसके लिये 21 जनवरी 2017 को मानव श्रृंखला बनाई गयी जिसमें चार करोड़ से अधिक लोगों ने भाग लिया। यह कोई मामूली बात नहीं है, यह नशामुक्ति के पक्ष में लोगों की भावनाओं का प्रकटीकरण था।” मुख्यमंत्री ने कहा कि शराबबंदी के अलावा भी समाज की अन्य कुरीतियों के विरुद्ध लड़ायी लड़नी है। बाल विवाह एवं दहेज प्रथा के खिलाफ सशक्त अभियान चलेगा। उन्होंने कहा कि 18 साल से कम उम्र की लड़की और 21 साल से कम उम्र के लड़के की शादी नहीं होनी चाहिये। यदि ऐसी शादियां होगी और कम उम्र में लड़की गर्भधारण करेगी तो होने वाले बच्चे में कई तरह की बीमारियां होंगी। उन्होंने दहेज को समाज के लिए अभिशाप बताया और लोगों से दहेज लेन-देन वाली किसी शादी में शामिल नहीं होने की अपील की। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के जन्मदिन 02 अक्टूबर से बाल विवाह एवं दहेज प्रथा के विरुद्ध सशक्त अभियान की शुरूआत की जायेगी। श्री कुमार ने कहा कि उनकी सरकार न्याय के साथ विकास के लिए प्रतिबद्ध है। समाज के हर तबके, हर इलाके का विकास महागठबंधन सरकार की प्रतिबद्धता है। बिहार के विकास के लिये सात निश्चय योजनाओं को अपनाया गया है। अगले चार साल के अंदर इन योजनाओं को पूरा कर लेना है। इस मौके पर राज्य के जल संसाधन मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह, उद्योग मंत्री जयकुमार सिंह, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण मंत्री कृष्णनंदन प्रसाद वर्मा, सांसद अरुण कुमार, सांसद कौशलेन्द्र कुमार समेत कई विधायक और वरीय पदाधिकारी मौजूद थे। बाद में श्री कुमार ने उदेरास्थान बराज का भ्रमण किया तथा उदेरास्थान बराज पर बनाये गये कंट्रोल रूम का उद्घाटन कर उसकी औपचारिक शुरूआत की। मुख्यमंत्री ने उदेरास्थान बराज के उद्घाटन के साथ-साथ मंडई पुर्नगठित सिंचाई योजना का कार्यांरंभ, नसरतपुर वीयर सिंचाई योजना एवं कचनामा वीयर सिंचाई योजना का उद्घाटन किया। 

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