पटना 22 जून, जनता दल यूनाईटेड (जदयू) ने राष्ट्रपति पद के लिए राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन(राजग) के उम्मीदवार रामनाथ कोविंद को दिये समर्थन पर पुनर्विचार करने की राष्ट्रीय जनता दल (राजद) की अपील पर आज कहा कि इस मुद्दे पर पार्टी अपना रुख नहीं बदलेगी। बिहार जदयू के अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव की अपील पर यहां प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुये कहा कि उनकी पार्टी ने काफी गंभीरता से सोच-विचार के बाद श्री कोविंद को समर्थन देने की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि जब जदयू ने उन्हें समर्थन देने का निर्णय लिया तब तक कांग्रेस एवं अन्य विपक्षी पार्टियों की ओर से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार की घोषणा नहीं की गई थी। उन्होंने कहा कि इस परिस्थिति में उनकी पार्टी ने बिहार के राज्यपाल के रूप में श्री कोविंद के बेहतर कार्यों को ध्यान में रखते हुये समर्थन देने की घोषणा की। उल्लेखनीय है कि राजद अध्यक्ष श्री यादव ने राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में विपक्षी दलों की हुई बैठक में राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के रूप में पूर्व लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार के नाम की घोषणा के बाद जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से उनकी पार्टी द्वारा श्री कोविंद को समर्थन देने के निर्णय पर पुनर्विचार करने की अपील की।
श्री सिंह ने कहा, “पार्टी के श्री कोविंद को समर्थन देने के निर्णय पर पुनर्विचार करने का प्रश्न ही नहीं उठता।” उन्होंने कहा कि जदयू अध्यक्ष नीतीश कुमार ने श्री कोविंद को किन परिस्थितियों में समर्थन किया है, इसके बारे में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव को भी अवगत करा दिया है। बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी (बीपीसीसी) के अध्यक्ष एवं राज्य के शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री कुमार से उनकी पार्टी द्वारा श्री कोविंद को समर्थन करने की घोषणा पर एक बार और विचार करने का आग्रह किया जायेगा। उन्होंने कहा, “बिहार में कांग्रेस श्री कुमार के नेतृत्व वाले महागठबंधन का घटक है। ऐसे में अन्य घटक दलों जदयू और राजद के लिए बेहतर होगा कि वे भी विपक्ष की राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार मीरा कुमार का समर्थन करें।” वहीं, बीपीसीसी के पूर्व अध्यक्ष सदानंद सिंह ने भी सभी राजनीतिक दलों से विपक्ष की उम्मीदवार श्रीमती कुमार का समर्थन करने की अपील करते हुये कहा कि जिन पार्टियों ने श्री कोविंद को समर्थन देने की घोषणा की है, उन्हें भी अपने निर्णय पर पुनर्विचार करना चाहिए।
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