भोपाल, 11 जून, मध्यप्रदेश में किसान आंदोलन के दौरान फैली हिंसा के बाद शांति बहाली की अपील को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का कल से यहां जारी अनिश्चिकातीन उपवास आज समाप्त हो गया। भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता कैलाश जोशी और कई बुजुर्ग किसानों ने मुख्यमंत्री को उपवास के मंच पर नारियल पानी पिलाकर उनका उपवास तुड़वाया। उपवास समाप्त होने के पहले मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रदेश की जनता से अपील की कि जनता प्रदेश में अराजकता फैलाने वाले तत्वों को अलग-थलग करे और प्रदेश को एक बार फिर शांति का टापू बनाने में मदद करे। उन्होंने कहा कि हिंसा के दौरान निर्दोषों पर कोई कार्रवाई नहीं होगी, लेकिन 'शैतानियत' और 'हैवानियत' फैलाने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि मंदसौर जिले में हिंसा में मरने वाले लोगों के परिजन ने भी उनसे मुलाकात करते हुए उनसे उपवास तोड़ने की अपील की। उन्होंने वहां मौजूद जनता से पूछा कि प्रदेश में दो दिन से हिंसा की कहीं से कोई खबर नहीं आई है, क्या उन्हें उपवास तोड़ देना चाहिए, जिस पर सभी ने एकसुर में हां में जवाब दिया। वहीं किसानों की समस्याओं के समाधान के प्रति प्रतिबद्धता जताते हुए उन्होंने प्रदेश में दूध खरीदी के लिए अमूल फार्मूला लागू करने, कृषि उत्पाद लागत एवं विपणन आयोग बनाने, एक हजार करोड़ रुपए का मूल्य स्थिरीकरण कोष स्थापित करने और स्वामीनाथन आयोग की अनुशंसाओं के आधार पर स्टेट लैंड यूज एडवाइजरी सर्विस बनाने की भी घोषणा की।
सोमवार, 12 जून 2017
मुख्यमंत्री शिवराज का उपवास समाप्त
Tags
# मध्य प्रदेश
Share This
About आर्यावर्त डेस्क
मध्य प्रदेश
Labels:
मध्य प्रदेश
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
Author Details
सम्पादकीय डेस्क --- खबर के लिये ईमेल -- editor@liveaaryaavart.com
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें