पेरिस जलवायु समझौता दुनिया की साझा विरासत :मोदी - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

सोमवार, 5 जून 2017

पेरिस जलवायु समझौता दुनिया की साझा विरासत :मोदी

peris-climet-tie-up-modi
पेरिस, 4 जून, पेरिस जलवायु समझौते से अमेरिका के अलग होने के एक दिन बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज कहा कि यह समझौता दुनिया की साझा विरासत है और भारत जलवायु संरक्षण के लिए अपेक्षाओं से भी आगे बढ़कर काम करेगा। फ्रांस के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति एमेनुअल मैक्रॉे के साथ यहां एलिसी पैलेस में व्यापक विचार-विमर्श के बाद मोदी ने कहा कि पेरिस जलवायु करार धरती और हमारे प्राकृतिक संसाधनों को बचाने के हमारे कर्तव्य को झलकाता है। हमारे लिए यह आस्था का मामला है। उन्होंने मैक्रॉे के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘पेरिस जलवायु समझौता दुनिया की साझा विरासत है। यह भविष्य की पीढ़ियों को भी लाभान्वित करेगा।’’ अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कार्बन उत्सर्जन कम करने पर हुए पेरिस जलवायु परिवर्तन समझौते से अलग होने की कल घोषणा की थी। ट्रंप ने कहा कि यह समझौता भारत और चीन जैसे देशों को अनुचित तरीके से लाभ पहुंचाता है। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत लगातार काम करता रहेगा...पेरिस समझौते की अपेक्षाओं से अधिक करता रहेगा। उन्होंने कहा, ‘‘हमारे पास प्राकृतिक संसाधन हैं क्योंकि हमारी पहले की पीढ़ियों ने इन संसाधनों को संजोया है। हमें भावी पीढ़ियों के लिए ऐसा ही करना होगा।’’

कोई टिप्पणी नहीं: