लालू की पत्नी राबड़ी को भी एक अनजान व्यक्ति ने दान में दी जमीन :सुशील - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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बुधवार, 7 जून 2017

लालू की पत्नी राबड़ी को भी एक अनजान व्यक्ति ने दान में दी जमीन :सुशील

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पटना 06 जून, बिहार भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) विधानमंडल दल के नेता एवं पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव और उनके परिवार के खिलाफ बेनामी संपत्ति को लेकर आज एक और नया खुलासा करते हुए कहा कि  ललन चौधरी ने राजद अध्यक्ष की पत्नी को पटना शहर की कीमती जमीन दान के रुप में दे दिया है । श्री मोदी ने यहां अपने सरकारी आवास पर आयोजित जनता के दरबार में पूर्व उप मुख्यमंत्री कार्यक्रम के बाद आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि राजद अध्यक्ष श्री यादव और उनके परिवार को औने-पौने दाम पर जमीन दिये जाने का खुलासा वह पिछले 65 दिनों से कर रहे हैं । श्री यादव और उनके परिवार को पूर्व केन्द्रीय मंत्री रघुनाथ झा , श्रीमती कांति सिंह , राजद नेता प्रभुनाथ यादव , सुधा श्रीवास्तव , अब्दुलबारी सिद्धिकी तथा बादशाह प्रसाद आजाद ने औने -पौने दाम पर जमीन उपहार के रुप में दिया था । भाजपा नेता ने कहा कि राजद अध्यक्ष श्री यादव की पत्नी एवं पूर्व मुख्यमंत्री श्रीमती राबड़ी देवी को अनजान व्यक्ति ललन चौधरी जो न कभी  राजद में रहा और न ही सांसद या विधायक बना , उसने 25 जनवरी 2014 को 30 लाख 80 हजार की पटना स्थित अपनी जमीन को उपहार के रुप में दान दिया है । श्री चौधरी सीवान जिले के बड़हरिया गांव के रहने वाले हैं । 


श्री मोदी ने कहा कि पूर्व में जिन लोगों ने राजद अध्यक्ष और उनके परिवार को औने पौने दाम पर जमीन दान के रुप में दिया था वे सभी राजद में विधायक और सांसद बनने के लिए या फिर मंत्री पद प्राप्त करने के लिए ऐसा किया था । श्री चौधरी को किस परिस्थिति में अपनी 1088 वर्ग फुट की जमीन पर 500 वर्ग फुट में बने मकान को दान में देना पड़ा । इस जमीन की कीमत मकान समेत 30 लाख 80 हजार रुपये है । भाजपा नेता ने कहा कि श्री चौधरी ने 30 मार्च  2009 को मकान समेत इस जमीन को तीन लाख 97 हजार में खरीदा था । मकान समेत जमीन को मात्र पांच वर्ष में दस गुणा कीमत में श्रीमती राबड़ी देवी को उपहार के रुप में दे दिया गया । उन्होंने कहा कि किसी संपत्ति की कीमत पांच वर्ष में दस गुणा नहीं बढ़ सकती है ।  श्री मोदी ने सवालिया लहजे में कहा कि तीन लाख 97 हजार की संपत्ति का मूल्य पांच वर्ष में 30 लाख 90 हजार कैसे हो सकता है । श्री चौधरी ने पूर्व मुख्यमंत्री श्रीमती राबड़ी देवी को दान देते समय डीड में यह लिखा है कि वह लंबे समय से श्रीमती राबड़ी देवी के काफी नजदीक हैं तथा समय-समय पर उन्हें वित्तीय मदद एवं अन्य सेवायें वह करती रही हैं । इसी को देखते हुए वह संपत्ति दान करने की इच्छा व्यक्त की है । 

भाजपा नेता ने कहा कि सीवान जिले के बड़हरिया के रहने वाले श्री चौधरी कौन हैं जिसने वर्ष 2009 में अपना मकान समेत तीन लाख 97 हजार में पटना शहर में संपत्ति खरीदी । श्री चौधरी के पास इतने रुपये कहा से आये और इस राशि का भुगतान कैसे किया गया । उन्होंने कहा कि सवाल यह उठता है कि जमीन खरीदने के मात्र पांच वर्ष में ही 30 लाख 90 हजार की संपत्ति को क्यों दान कर दिया गया । श्री मोदी ने कहा कि श्री चौधरी को पूर्व मुख्यमंत्री को दान देने से उन्हें क्या लाभ हुआ और क्यों 30 लाख रुपये का नुकसान उन्हें सहना पड़ा। पूर्व मुख्यमंत्री ने किस तरह की वित्तीय मदद पहुंचायी जिसके एवज में श्री चौधरी ने 30 लाख 90 हजार रुपये की संपत्ति दान कर दी । उन्होंने कहा कि राजद अध्यक्ष श्री यादव और उनके परिवार को श्री चौधरी को सामने लाना चाहिए जिससे कि लोगों को सच्चाई का पता चल सके । भाजपा नेता ने सवालिया लहजे में कहा कि श्री चौधरी पूर्व मुख्यमंत्री के न कोई रिश्तेदार हैं और न ही पार्टी टिकट के दावेदार । श्री चौधरी के गांव बड़हरिया में पता लगाये जाने से खुलासा हुआ है कि वह राजद अध्यक्ष श्री यादव के गौशाला में मवेशियों को चारा खिलाता है । उन्होंने कहा कि राजद अध्यक्ष श्री यादव और उनके परिवार ने अपना काला धन इस्तेमाल कर श्री चौधरी के नाम पहले बेनामी जमीन खरीदी फिर पांच वर्ष बाद दान के माध्यम से अपने नाम निबंधन कराया । श्री मोदी ने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को इस मामले में हस्तक्षेप कर इसकी जांच करवानी चाहिए । यह सामान्य बात नहीं है । उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री कुमार सुशासन का दावा करते हैं तो उन्हें बेनामी संपत्ति के मामले में कार्रवाई भी करनी चाहिए । एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री कुमार की बातों पर से अब लोगों का भरोसा उठ गया है इसलिए उनके बयानों को वह नहीं देखते हैं । 

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