योगी सरकार के 100 दिन पूरे होने पर मिली जुली प्रतिक्रिया - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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सोमवार, 26 जून 2017

योगी सरकार के 100 दिन पूरे होने पर मिली जुली प्रतिक्रिया

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लखनऊ 26 जून, उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ सरकार के आज 100 दिन पूरे होने पर आमजन और राजनीतिक दलों ने मिश्रित प्रतिक्रिया व्यक्त की है। राज्य की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार 100 दिनों के शासनकाल का रिपोर्ट कार्ड कल जारी कर सकती है। इसके साथ ही पिछली समाजवादी पार्टी (सपा) सरकार के कुशासन का पार्टी श्वेतपत्र भी जारी करेगी। योगी सरकार ने इसी साल 19 मार्च को शपथ ग्रहण की थी। सूबे के आठ जिलो में 2782 करोड की लागत से बनने वाली सड़क पर 1950 करोड के कर्ज के लिये मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कल ही केन्द्र सरकार के अफसरों की मौजूदगी में एशियन विकास बैंक के अधिकारियों के साथ एक करार पर हस्ताक्षर करेंगे। इससे पहले पूर्ववर्ती अखिलेश यादव सरकार के शासनकाल में भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुये भाजपा सरकार एक श्वेतपत्र जारी करेगी। यह श्वेत पत्र कल ही जारी होना था मगर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार रामनाथ कोविंद के यहां आने के कारण कार्यक्रम को टाल दिया गया था। इस बीच राज्य सरकार का दावा है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में पिछले 100 दिनों में लोगों की उम्मीद से बढ़कर विकास के कार्य हुये। सरकारी कामकाज में पारदर्शिता लाने के अलावा कानून व्यवस्था की स्थिति और बेहतर हुयी हालांकि इस दावे से परे विपक्षी दलों का आरोप है कि योगी राज में कानून व्यवस्था की हालत और बदतर हुयी है। मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि उनकी सरकार के शासनकाल में शुरू की गयी योजनाओं का श्रेय मौजूदा योगी सरकार ले रही है। उन्होंने ट्वीट किया “ राम राम जपना, पराया काम अपना।” उधर, भाजपा ने कहा कि सत्ताधारी दल ने 86 लाख छोटे और मझोले किसानों का 36 हजार फसली ऋण माफ करने की घोषणा कर एेतिहासिक काम किया है जिससे आर्थिक संकट से गुजर रहे किसानों को राहत मिली है। राज्य भाजपा महासचिव विजय बहादुर पाठक ने दावा किया कि पिछले 15 सालों में यह एेसी इकलौती सरकार है जिसने प्रदेश को भ्रष्टाचार से मुक्त कराने और पारदर्शिता को लेकर गंभीर पहल की है। उन्होंने कहा कि गेंहू की रिकार्ड खरीद की गयी। सभी परियोनाओं को निर्बाध बिजली आपूर्ति की गयी। एंटी माफिया टास्क फोर्स का गठन किया गया। मथुरा वृंदावन और अयोध्या फैजाबाद का निगमीकरण, ई निविदा समेत अनेक ऐसे काम सरकार ने किये जो राज्य की जनता की उम्मीदों से कहीं अधिक थे।

सपा प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी ने आरोप लगाया कि मात्र 100 दिनों में ही भाजपा सरकार से जनता उकता गयी है। यह सरकार सभी मोर्चों पर बुरी तरह विफल साबित हुयी है। उन्होंने कहा “ योगी सरकार का ट्रेलर ही इतना खराब है तो जनता उनसे पांच सालों में क्या उम्मीद कर सकती है। सूबे में कानून व्यवस्था बदतर हो चुकी है। बलात्कार अब पुलिस थानो के अंदर हो रहे हैं। राजधानी लखनऊ का जब यह हाल है तो राज्य के बाकी जिलों की हालत का अंदाजा लगाया जा सकता है। ” कांग्रेस प्रवक्ता अमरनाथ अग्रवाल ने कहा कि राज्य की जनता को ठगने और उनकी उम्मीदों का तुषारापात करने का जिम्मा अब भाजपा ने उठा लिया है। राज्य में अपराधी अब और बेखौफ हो चुके हैं। सरेआम यहां तक की थानों के भीतर अपराध की घटनायें हो रही हैं। योगी सरकार के वादों की पोल कुछ ही देर में खुल रही है। हाल ही में इस सरकार ने सूबे की सभी सडकों के गड्डों को भरने के लिये 15 जून की समय सीमा निर्धारित की थी मगर इस दौरान आधी सड़कें भी गड्डामुक्त नहीं की जा सकीं। इस बीच उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने विपक्ष के आरोपों को खारिज करते हुये कहा कि भ्रष्टाचार को रोकने और कार्यप्रणाली में पारदर्शिता लाकर इस सरकार ने इतिहास रचा है। बहुजन समाज पार्टी (बसपा), राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) और दूसरी विरोधी पार्टियों ने भी योगी सरकार के 100 दिन के कामकाज पर तीखी प्रतिक्रिया दी है और इसे सभी मोर्चों पर विफल करार दिया है, हालांकि कुछ एक नेताओं ने भाजपा सरकार को कुछ और दिन देने की वकालत की है। सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव और उनके अनुज शिवपाल ने कहा कि वे योगी सरकार के कामकाज पर अभी कुछ नहीं कहेंगे। सरकार को काम करने के लिये कुछ समय देना चाहिये। छह महीने बाद इस सरकार के बारे में प्रतिक्रिया देना ज्यादा उचित होगा। 

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