रांची 18 जुलाई, झारखंड ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन के तहत 741 पदों के लिए निकाली गई नियुक्ति प्रक्रिया का आयुष चिकित्सकों ने कड़ा विरोध किया है। चिकित्सकों ने आज यहां आवेदन प्रक्रिया को असंवैधानिक बताया है। चिकित्सकों का कहना है कि आवेदन प्रक्रिया में पूरे देश से आवेदन मांगे गए हैं । झारखंड राज्य आयुष चिकित्सा परिषद् से स्थायी पंजीकरण की अनिवार्यता को अहर्ता की शर्तों में शामिल नहीं किया गया है। नियुक्ति प्रक्रिया की निंदा करते हुए चिकित्सकों ने बताया कि यह प्रक्रिया झारखंड के चिकित्सकों के साथ सौतेला व्यवहार है। पीड़ित चिकित्सकों ने कहा है कि दूसरे राज्यों में आयुष चिकित्सक की नियुक्ति प्रक्रिया में संबंधित राज्य के आयुष चिकित्सा परिषद से स्थायी रूप से पंजीकृत होना आवश्यक है लेकिन झारखंड सरकार ने यह अनिवार्यता खत्म कर दी है। इस बाबत चिकित्सकों के एक प्रतिनिधिमंडल ने एनआरएचएम के निदेशक कृपानंद झा से 12 जुलाई को मुलाकात कर उन्हें एक ज्ञापन सौंपा था। ज्ञापन में चिकित्सकों ने बिहार, असम, राजस्थान, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ राज्यों के एनआरएचएम आयुष चिकित्सक नियुक्ति प्रक्रिया नियमावली की प्रत्ति सौंपी थी। चिकित्सकों ने बताया कि निदेशक का रवैया इस मुद्दे पर सकारात्मक नहीं है। उनसे जब नियमावली में सुधार करने का अनुरोध किया गया तो उन्होंने इंकार कर दिया और कहा, “हम लंदन से भी चिकित्सक बुलाएंगे। इसमें कोई सुधार अब नहीं होगा।” विरोध जताने वाले चिकित्सकों में डॉ. प्रवीण भारती, डॉ. पंकज, डॉ. विक्रम सम्राट, डॉ. निशांत मोदी, डॉ. शारदा कुमारी, डॉ. निगार तरन्नुम, डॉ. सुबोधकांत चौबे, डॉ. चंदना महतो, डॉ. पार्वती सोरेन, डॉ. तूलिका रोला तिर्की, डॉ. रूपेश समेत सैकड़ों चिकित्सकों के नाम शामिल हैं।
मंगलवार, 18 जुलाई 2017
झारखंड में आयुष चिकित्सकों ने नियुक्ति प्रक्रिया का किया विरोध
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