पटना, 25 जुलाई। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की राष्ट्रीय परिषद के आह्वान पर किसानों के सवालों को लेकर तथा किसानों पर सरकार की दमनात्मक कार्रवाई के विरोध में केन्द्र सरकार के खिलाफ चल रहे 24 से 26 जुलाई तक तीन दिवसीय राष्ट्रव्यापी प्रदर्षन एवं जेल भरो आन्दोलन के दूसरे दिन भी आज बिहार में पार्टी के राज्य सचिव सत्य नारायण सिंह सहित हजारों पार्टी नेताओं, कार्यकत्र्ता एवं किसानों ने विभिन्न जिलों में समाहरणालयों के सामने गिरफ्तारियां दीं। आज यहां पार्टी के राज्य कार्यालय से जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि आज खगड़िया जिला समाहरणालय का घेराव कर रहे पाँच हजार पार्टी नेताओं और कार्यकत्र्ताओं तथा किसानों ने कार्यालय का काम-काज ठप कर दिया। प्रदर्षन और घेराव का नेतृत्व पार्टी के राज्य सचिव सत्य नारायण सिंह कर रहे थे। सत्य नारायण सिंह सहित दो हजार लोगों को गिरफ्तार किया गया, जिसमें पार्टी की राज्य कार्यकारिणी के सदस्य प्रभाषंकर सिंह एवं जिला सचिव प्रभाकर सिंह भी शामिल थे। कई घंटों तक समाहरणालय का काम-काज ठप रहा हैं। बेगूसराय में दस हजार लोगों ने, शहर में जुलूस निकाला और जिला समाहरणालय के समक्ष प्रदर्षन किया। आन्दोलनकारियों की भीड़ के कारण कई घंटों तक कार्यालय का काम-काज ठप रहा। अन्त में सदर एसडीओ ने सभी प्रदर्षनकारियों को गिरफ्तार करने का आदेष दिया। जुलूस और प्रदर्षन का नेतृत्व पार्टी के पूर्व राज्य सचिव राजेन्द्र प्रसाद सिंह, पूर्व सांसद शत्रुघ्न प्रसाद सिंह, पूर्व विधायक अवधेष कुमार राय, उषा सहनी, अनील कुमार अंजान आदि कर रहे थे।
जमुई में पार्टी के नेता राजेन्द्र प्रसाद सिंह, गजाधर रजक के नेतृत्व में सैकड़ों पार्टी कार्यकत्र्ताओं और किसानों ने जिला समाहरणालयों के समक्ष प्रदर्षन किया। उनमें तीन सौ आन्दोलनकारियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया। नालंदा के बिहारषरीफ में पार्टी के नेता अर्जुन प्रसाद सिंह, मोहन प्रसाद और जिला सचिव रामनरेष प्रसाद के नेतृत्व में सैकड़ों पार्टी कार्यकत्र्ताओं और किसानों ने शहर में जुलूस निकाला और जिला समाहरणालय के सामने प्रदर्षन किया। प्रदर्षनकारियों में से 130 को गिरफ्तार किया गया। जिलों से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार बेतिया (प॰ चंपारण) हाजीपुर (वैषाली) अररिया, लखीसराय आदि जिलों में जुलूस निकाले गये और जिला समाहरणालयों के समक्ष प्रदर्षन किया गया। इन जिलों से अभी तक गिरफ्तारी की कोई सूचना नहीं है। खगड़िया में गिरफ्तारी के पूर्व किसानों के संबोधित करते हुए राज्य सचिव सत्य नारायण सिंह ने कहा कि केन्द्र सरकार की किसान विरोधी नीतियों से देष के किसान असंतुष्ट और आन्दोलित है। किसानों को फसलों की लाभकारी कीमत नहीं मिलने और खाद-बीज की कीमत बढ़ जाने से कृषि घाटे में है। लाखों करोड़ रूपये का कर्ज किसानों के ऊपर है। कर्ज के बोझ से तंग होकर किसान आत्म हत्या करने पर मजबूर हैं। सत्य नारायण सिंह ने केन्द्र सरकार की कारपोरेट पक्षी नीतियों की आलोचना करते हुए कहा कि एक और बड़े उद्योगपतियों को केन्द्र सरकार भारी छूट और रियायतें दे रही है और दूसरी तरफ किसानों के कर्ज माफ करने से इंकार कर रही है और कर्जमाफी की जवाबदेही राज्य सरकारों के ऊपर थोप रही है। प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया कि कल भी राज्य में जिला समाहरणालयों के सामने प्रदर्षन और जेल भरों आंदोलन जारी रहेगा।
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