सड़कें ही विकास का आइना होती हैं। लेकिन जिले की ज्यादातर सड़कों ही हालत जर्जर है। मुख्यमंत्री योगी आदियत्नाथ ने सड़कों को 15 जून तक गढ्ढा मुक्त करने का फरमान सुनाया था। पर जिले में उस फरमान को पूरी तरह से अनदेखा किया गया। डिग्री कालेज चौराहे से लेकर रायबरेली को सुल्तानपुर से जोड़ने वाले हाइवे में सड़क कम गढ्ढे ज्यादा मिलेंगे। जिससे आए दिन हादसे होते रहते हैं। बारिश होने के बाद इन गढ्ढों में पानी भर जाता है। जिससे बाइक, साइकिल से चलने वालों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। आईटीआई के पास रायबरेली सुल्तानपुर हाईवे की ख़स्ता हालत को लेकर व्यापारी लालजी यादव का कहना है कि सड़क ख़राब होने से हम सब को बड़ी परेशानी है। गढ्ढे में बारिश का पानी और कीचड़ भर जाता है। आए दिन लोग बाइक से अक्सर यहां गिर जाते हैं। मेन हाईवे होने की वजह से यहां से रोज हजारों की संख्या में गाड़ियां गुजरती हैं। श्याम प्रकाश ने बताया कि शहर के अंदर और बाहर की सड़कों की हालत जर्जर है, गढ्ढे पहले भी थे लेकिन अब ज्यादा हो गए हैं। सरकार ने कहा था कि 15 जून तक गढ्ढे मुक्त सड़क हो जाएगी, पर हमें नहीं लगता कि शहर में गढ्ढा मुक्त सड़कें होगीं। शहर की बहुत सी सड़कों में गढ्ढे हैं, जिससे जिले की जनता परेशानियों का सामना कर रही है। गौरतलब है कि कैबिनेट मंत्री नंद कुमार नंदी को जिले का प्रभारी बनाए जाने के बाद जिले का दौरा भी किया । इतना ही नहीं और भी यूपी के कैबिनेट मंत्रियों ने रायबरेली का दौरा किया हैं, लेकिन जिले की छोड़ों शहर की समस्याओं का निदान अभी तक नहीं हो पाया है।
गुरुवार, 13 जुलाई 2017
उत्तर प्रदेश : सड़कों ही हालत जर्जर
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