दुमका : डीसी ने किया सदर अस्पताल का औचक निरीक्षण - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

शुक्रवार, 21 जुलाई 2017

दुमका : डीसी ने किया सदर अस्पताल का औचक निरीक्षण

dumka-dc-visited-sadar-hospital
दुमका (अमरेन्द्र्र सुमन)  डीसी दुमका मुकेश कुमार ने दिन शुक्रवार को सदर अस्पताल, दुमका का औचक निरीक्षण किया। इस क्रम में ओपीडी व दवा काउन्टर का निरीक्षण सबसे पहले किया। दवा स्टाॅक के मामले में डीसी ने पाया कि कम्प्यूटर में स्टाॅक संधारित नहीं है। उन्होंने का प्रत्येक दवा का स्टाॅक कम्प्यूटर मंे फिड होना चाहिए, ताकि यह ज्ञात हो सके कि कौन सी दवा कितनी मात्रा में उपलब्ध है और कौन सी दवा अनुपलब्ध। चिकित्सकों की अनुपस्थिति पर डीसी के तेवर तल्ख दिखे। सदर अस्पताल से अनुपस्थित चिकित्सकों पर कड़ी कार्रवाई करने का निदेश डीसी ने संबंधित विभाग के हेड को दिया। डीसी श्री कुमार ने जांच घर का भी निरीक्षण किया। जांच घर में प्रतिनियुक्त कर्मियों के बारे में जानकारी प्राप्त की। पाया गया कि कर्मियों की प्रतिनियुक्ति 24‘गुणा 7 है। परन्तु कर्मी 24 गुणा 7 कार्य नहीं कर रहे है,ं इसपर उन्होंने निदेश दिया कि निर्धारित समय से कम किये गये कार्य के अनुपात में वेतन में कटौती की जाय तथा 24 गुणा 7 कार्य प्रारंभ उपरांत ही वेतन का भुगतान किया जाय। साफ-सफाई के मामले में उन्होंने संतुष्टि जाहिर करते हुए कहा कि इसमें और अधिक साफ सफाई की आवष्यकता है। मरीज के साथ आने वाले लोगों के लिए बैठने हेतु जगह जगह पर बैंच एवं कुर्सी की व्यवस्था की जाय। मरीजों से बात के क्रम में उपायुक्त ने पाया कि कुछ दवायें बाहर से भी मंगाई जा रही है इसपर उन्होंने निदेष दिया कि डाॅक्टर वही दवा लिखें जो हमारे पास उपलब्ध है। अगर ऐसा कोई दवा जो देना आवष्यक प्रतीत होता हो और वो दवा हमारे पास ना हो तभी दवा को बाहर से मंगाया जाय। अगर मरीज से दवा मंगा रहे हैं तो उनका पैसा उसे वापस कर दिया जाय। अस्पताल के भोजन की व्यवस्था में उन्होंने पाया कि रसोई के प्रतिदिन का स्टाॅक नहीं है। उन्होंने इस मामले में कहा कि जिस एजेंसी को भोजन की व्यवस्था करने को दिया गया है उसे रद्द करते हुए एसएचजी महिलाओं को या दीदी कैफे को चलाने दिया जाय। जिसमें मरीजों के लिए निःषुल्क व्यवस्था हो तथा उनके परिजनों के लिए सषुल्क व्यवस्था किया जाय। उन्होंने निदेष दिया कि प्रतिदिन के भोजन का मेनू का डिस्पले किया जाय।  कुछ लोगों द्वारा यह बताया गया कि बल्ड बैंक अस्पताल से काफी दूर है काफी कठिनाई होती है। इस संबंध में उपायुक्त ने कहा कि बल्ड बैंक को निकट लाने की संभावनाओं पर विचार किया जायेगा। निरीक्षण के क्रम में प्रषिक्षु आईएएस विषाल सागर, सिविल सर्जन विनोद साहा, जिला जनसम्पर्क पदाधिकारी सैयद राषिद अख्तर आदि उपस्थित थे। 

कोई टिप्पणी नहीं: