नयी दिल्ली, 23 जुलाई, इस सप्ताह विभिन्न कंपनियों के तिमाही नतीजे तथा अमेरिकी फेडरल रिजर्व की होने वाली बैठक बाजार की दिशा तय करेंगे। विशेषज्ञों ने यह बात कही। ट्रेड स्मार्ट आनलाइन के संस्थापक निदेशक विजय सिंघानिया ने कहा, ‘‘इस सप्ताह प्रमुख कंपनियों के वित्तीय परिणाम तथा डेरिवेटिव खंड में अनुबंधों को आगे बढ़ाये जाने से बाजार धारणा पर असर पड़ेगा।’’ इस सप्ताह जून तिमाही के परिणाम का बाजार धारणा पर असर जारी रहेगा। इसका कारण आईसीआईसीआई बैंक, एचसीएल टेक, मारुति, ओएनजीसी, हीरो मोटो कार्प तथा डा. रेड्डीज जैसी प्रमुख कंपनियां अपने तिमाही परिणाम इस सप्ताह जारी करने वाले हैं। सिंघानिया ने वैश्विक मोर्चे पर अमेरिकी फेडरल रिजर्व बुधवार को ब्याज दर के बारे में निर्णय करेगा। आम्रपाली आद्यया ट्रेडिंग एंड इनवेस्टमेंट्स के निदेशक और शोध प्रमुख अबनीश कुमार सुधांशु ने कहा, ‘‘इस सप्ताह बाजार में उतार-चढ़ाव बना रह सकता है। इसका कारण कई प्रमुख कंपनियों के जून तिमाही के वित्तीय परिणाम आने हैं। इसीलिए हमारा मानना है कि बाजार को कंपनियों के तिमाही नतीजे से दिशा मिलेगी और इसका रूझान सकारात्मक रह सकता है।’’ एसएएमसीओ सिक्योरिटीज के मुख्य कार्यपालक अधिकारी जे मोदी ने कहा, ‘‘पर्याप्त नकदी और कंपनियों के बेहतर वित्तीय नतीजे से बाजार में तेजी बनी हुई है। धारणा उच्च स्तर पर पहुंच रही है और इसीलिए इसमें अचानक गिरावट का भी जोखिम है। वैश्विक बाजारों से किसी प्रकार का भी नकारात्मक रूख का भारत पर भी असर पड़ेगा।’’ उन्होंने कहा कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व की 25-26 जून को बैठक होने वाली है और अगर कोई अचंभित करने वाला कदम उठाया जाता है तो बाजार पर उसका प्रभाव पड़ेगा। पिछले सप्ताह बंबई शेयर बाजार के सेंसेक्स में 8.14 अंक या 0.02 प्रतिशत की तेजी आयी जबकि एनएसई निफ्टी 28.90 अंक या 0.29 प्रतिशत मजबूत हुआ।
रविवार, 23 जुलाई 2017
कंपनियों के जून तिमाही के नतीजे, फेडरल रिजर्व की बैठक से तय होगी बाजार की चाल
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