मधुबनी : डॉक्टरो को नियमित अस्पताल में बैठने की कवायत तेज । - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

शनिवार, 22 जुलाई 2017

मधुबनी : डॉक्टरो को नियमित अस्पताल में बैठने की कवायत तेज ।

  • महिला डॉ  समेत 12 चिकित्सक  है कार्यरत, एक ही डॉ के जिम्म रहता आउट डोर और इमरजेशी वार्ड ।

hospital-for-doctor-madhubani
अंधराठाढी /मधुबनी (मोoआलम अंसारी) चिकित्सको को नियमित अस्पताल में बैठने की कवायत तेज हो गयी है।डॉ बनना समाज सेवा नहीं अधिक धन अर्जन का साधन बनकर रह गया है।  जिला काग्रेस कमीटी के उपाध्यक्ष पवन कुमार यादव के अभ्यावेदन पर जिला मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अमर नाथ झा ने अस्पताल से फरार रहने वाले चिकित्सको पर शख्त कारवाई की वात कही है। मालूम हो अंधराठाढी रेफरल अस्पताल सह प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में महिला चिकित्सक समेत कुल 12 चिकित्सक कार्यरत है।डॉ उमेश राय,डॉ पी एस झा,डॉ राकेश ठाकुर, डॉ अबेदुल्लाह,डॉ आरजी झा,डॉ डी एन ठाकुर, डॉ कृष्ण कुमार  दास, डॉ मिथिलेश झा ,डॉ बंदना कुमारी ,दंत चिकित्सक डॉ बिरेन्द्र मिश्र एवं आयुष चिकित्सक डॉ मनोज कुमार डॉ संजीव कुमार है। डॉ डीएन ठाकुर अनुमंडल अस्पताल मझंझारपुर में प्रतिन्योजित है।  काग्रेसी नेता ने अभ्यावेदन में आरोप लगाया है कि आपस में चिकित्सक मेली भगत कर एक चिकित्सक हीं आउटडोर और इमरजेंसी चलाते है। विभागीय नियम के मुताविक प्रति दिन सभी चिकित्सको को नियमित रूप से ऑउटडोर और इमरजेंसी चलाना है। सभी विभाग के चिकित्सक यहां कार्यरत है। उसके वावजूद यहां ओर्थो, सिजेरियन तथा सर्जरी आदि का काम नहीं किया जाता है। यह भी चर्चा है कि पदस्थापित चिकित्सक अनुभवी भी हैं। उनहोने अभ्यावेदन में यह भी आरोप लगाया है कि यहां पदस्थापित चिकित्सक में कई चिकित्सको का निजी क्लीनीक दरभंगा या अन्य जगह चलाते है। चिकित्सको के अभाव में यहां अराजकता की स्थिति बनी रहती है।ग्रामीण क्षेत्र में यह अस्पताल अवस्थित  रहने के कारण काफी संख्या में रोगी पहंचते हैं। एक हीं चिकित्सक कम सहारे ऑउट डोर और इमरजेंशी के काम देखने से रोगी को समुचित जांच परताल किये बगैर विमारी  पूछ कर कुछ दवा लिख दिया जाता है। फिलहाल यहां दो चिकित्सक को प्रभारी बनाया गया है। डॉ उमेश राय को रूटीन देखना रहता है। डॉ आर ठाकुर को प्रशासनिक आदि का  जिम्मा हैं। दरभंगा से यहां आते जाते है। इस सम्वंध में पवन कुमार यादव ने पूछने पर वताया कि पदस्थापित चिकित्सको को नियमित अस्पताल में रहने वावत मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी मधुबनीजिला पदाधिकारी मधुबनी  रोगी कल्याण समिति अध्यक्ष सह अनुमंडल पदाधिकारी झंझारपुर एवं  प्रधान सचिव स्वास्थ्य विभाग बिहार पटना को अभ्यावेदन से अवगत कराया गया था। क्हते है प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ उमेश राय पूर्व में भी जिला मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी  निरीक्षण किया था और अनुपस्थित पाये गये चिकित्ेको एवं कर्मियो के खिलाफ विभागीय कारवाई हुयी थी । पुन सिविल सार्जन ने शख्त कारवाई का निर्देश दिया है।

कोई टिप्पणी नहीं: