बिहार : प्रो राजेंद्र कुमार जन संस्कृति मंच के अध्यक्ष और मनोज कुमार सिंह महासचिव चुने गए - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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रविवार, 30 जुलाई 2017

बिहार : प्रो राजेंद्र कुमार जन संस्कृति मंच के अध्यक्ष और मनोज कुमार सिंह महासचिव चुने गए

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पटना, 30 जुलाई। सांस्कृतिक कार्यक्रम, कविता पाठ, नई राष्ट्रीय परिषद् व कार्यकारिणी गठित करने के साथजन संस्कृति मंच का 15वां राष्ट्रीय सम्मेलन आज संपन्न हो गया। सम्मेलन में आये प्रतिनिधियों ने 170 सदस्यीय राष्ट्रीय परिषद्, 31 सदस्यीय कार्यकारिणी का चुनाव किया। प्रो राजेंद्र कुमार अध्यक्ष और मनोज कुमार सिंह महासचिव चुने गए। इसके अलावा 11 उपाध्यक्ष -सियाराम शर्मा, सुधा चौधरी, मंगलेश डबराल, अशोक भौमिक, मदन कश्यप, शंभू बादल,सुरेश कांटक, रामनिहाल गुंजन, बलराज पांडेय, कौशल कुमार  और मदन मोहन चुने गए। सम्मेलन का दूसरा दिन आज सुबह 10 बजे इंजीनियर्स इंस्टिट्यूशन सभागार में शुरू हुआ। सबसे पहले युवा नीति के राजू रंजन, पुकार टीम के लालजी यादव व कामता यादव ने जनगीत प्रस्तुत किया। इसके बाद कविता समूह, फिल्म समूह, नाट्य समूह, चित्रकला समूह, जन भाषा समूह, कहानी समूह के संयोजकों ने अपने कार्यक्रमों, गतिविधियों, हस्तक्षेप की रिपोर्ट और योजनाओं की रिपोर्ट रखी। इसके बाद महासचिव प्रणय कृष्ण ने अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत की। उन्होंने आज नागरिक समाज की तमाम आवाजें सारे दमन को झेलते हुए भी लोकतंत्र की बहाली के लिए, सामाजिक विभाजन, हिंसा और अविवेक की संस्कृति के खिलाफ प्रतिरोध के लिए, जनता की एकजुटता के लिए संघर्षरत हैं। जन संस्कृति संगठन को और सशक्त करते हुए प्रतिरोध ओ संघर्ष कर रहे लोगों के साथ मजबूती से खड़ा होगा और इसे एक संगठित आंदोलन बना देने के लिए पूरी ताकत लगायेगा। इसी सत्र में संगठन के पदाधिकारियों, परिषद् और कार्यकारिणी का चुनाव हुआ। सांगठनिक सत्र के बाद विभिन्न स्थानों से आयी टीमों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया। अनिल अंशुमन, निर्मल नयन, राजू रंजन, रूपा, कामता व ललन यादव ने जनगीत पेश किए। इनके बाद कविता पाठ सत्र में प्रो राजेंद्र कुमार, अजय कुमार,  सुरेश कांटक, जितेंद्र कुमार, कौशल किशोर, रामनिहाल गुंजन, सुनील श्रीवास्तव, कृष्ण कुमार निर्मोही, सुमन कुमार सिंह, बृजेश, अरुणाभ सौरभ, आरपी वर्मा,  श्रीराम तिवारी, ओमप्रकाश मिश्र, भगवान स्वरूप कटियार, विमला किशोर, मीता दास, अरविंद अनुराग, रुनझुन, आशिया,  सुनील चौधरी, साधना सुमन, मधु जी,  विभा गुप्ता, संदीप कुमार सिंह, विनीता, प्रशांत, हरेन्द्र श्रीवास्तव, नागेश्वर प्रसाद, संजीव कुमार श्रीवास्तव  आदि कवियों ने काव्य पाठ किया। संचालन सुधीर सुमन ने किया। 

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