किसानों पर चर्चा के लिए समय नहीं लेकिन जीएसटी के लिए रात्रि 12 बजे संसद खुली : राहुल - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

गुरुवार, 20 जुलाई 2017

किसानों पर चर्चा के लिए समय नहीं लेकिन जीएसटी के लिए रात्रि 12 बजे संसद खुली : राहुल

no-time-for-discussion-on-farmers-but-for-gst-parliament-canvened-ar-0000hrs
बांसवाडा 19 जुलाई, कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने आज यहां दो करोड़ युवाओं को रोजगार देने के वायदे से मुकरने का अरोप लगाते हुए कहा कि नरेन्द्र मोदी सरकार के पास लोकसभा में किसानों की समस्याओं पर चर्चा के लिए भी समय नहीं है लेकिन अमेरिका को जीएसटी कानून दिखाने के लिए रात्रि बारह बजे संसद को खोल दिया। श्री गांधी राजस्थान के आदिवासी बहुल बांसवाडा शहर में प्रदेश कांगेस कमेटी द्वारा आयोजित किसान आक्रोश रैली को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आज सुबह वह लोकसभा गये थे और देश में किसानों की दुदर्शा के लिये केवल दस से पन्द्रह मिनट चर्चा करने का समय मांगा लेकिन उन्हें यह समय नहीं मिला। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के पास गरीब, किसान, मजदूर, छोटे व्यापारियों के दुख दर्द सुनने का समय नहीं हैं। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने सत्ता में आने से पहले देश की जनता एवं नौजवानों से दो प्रमुख वायदे किये थे। इसमें एक प्रति वर्ष दो करोड़ युवाओं को नौकरियां दी जायेगी तथा प्रत्येक व्यक्ति के खाते में पन्द्रह पन्द्रह लाख रुपये जमा कराया जायेगा। उन्होंने कहा कि जब मैंने संसद में सवाल उठाया कि कितने लोगों को रोजगार दिया गया तब जबाव मिला कि यह संख्या एक लाख से भी कम हैं।

कोई टिप्पणी नहीं: