पटना 29 जुलाई, बिहार में नीतीश कुमार की अगुवाई में आज नवगठित मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिलने से राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के घटक दल राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) और हिन्दुस्तानी आवामा मोर्चा (हम) में नाराजगी देखी जा रही है । हम के सूत्रों ने यहां बताया कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी से कल भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष नित्यानंद राय और उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने उनके आवास पर जाकर मुलाकात की थी । इस दौरान भाजपा नेताओं ने श्री मांझी को मंत्रिमंडल में शामिल होने का न्यौता दिया था जिसे उन्होंने स्वीकार नहीं किया । श्री मांझी ने गैर विधायक कोटे से अपनी पार्टी के तीन नेताओं के नाम सुझाये थे जिनमें से एक को मंत्रिमंडल में स्थान देने का आग्रह किया था । श्री मांझी के इस आग्रह को नजरअंदाज कर दिया गया जिससे वह नाराज होकर दिल्ली चले गये हैं । संभवत: श्री मांझी अपनी बात भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से भी कहेंगे । मंत्रिमंडल में पार्टी के किसी नेता को स्थान नहीं दिये जाने से हम में खासी नाराजगी देखी जा रही है। हम में श्री मांझी को छोड़कर कोई विधायक नहीं है । वहीं राजग के एक अन्य घटक रालोसपा को भी नवगठित मंत्रिमंडल में कोई जगह नहीं मिली है जबकि इस पार्टी के दो विधायकों ने श्री नीतीश कुमार की ओर से विधानसभा में पेश विश्वास मत का समर्थन भी किया था । साथ ही विधान परिषद में भी रालोसपा के एक सदस्य हैं । रालोसपा के अध्यक्ष एवं केन्द्रीय मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री उपेन्द्र कुशवाहा ने अपनी पार्टी के हरलाखी से विधायक सुधांशु शेखर को मंत्री बनाने का प्रस्ताव दिया था जिसे ठुकरा दिया गया। रालोसपा से किसी को मंत्री नहीं बनाये जाने को लेकर राजनीतिक गलियारों में चर्चा हो रही है कि श्री कुशवाहा जल्द ही कोई सख्त कदम उठा सकते हैं। रालोसपा की ओर से हालांकि अभी तक इस मामले में किसी तरह की कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आयी है । राजग के एक अन्य घटक लोक जनशक्ति पार्टी(लोजपा) के विधानसभा में दो विधायक हैं जबकि विधान परिषद में एक सदस्य है बावजूद इसके लोजपा प्रमुख रामविलास पासवान के छोटे भाई पशुपति कुमार पारस को मंत्रिमंडल में जगह दे दी गयी जो फिलहाल विधानमंडल के दोनों सदनों के सदस्य नहीं हैं।
शनिवार, 29 जुलाई 2017
नीतीश मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिलने से राजग के घटक दलों में नाराजगी
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