दूर होगी डंेगू/चिकुनगुन्या की बीमारी, अगर हम सब मिलकर उठायगें अपनी जिम्मेदारी
सीहोर जिले में पिछले साल की रिपोर्ट के आधार पर मलेरिया विभाग डेंगू के बुखार को लेकर काफी चिंतित है। चूंकि डेेंगू एक मच्छर के काटने से फैलने वाला वायरस संक्रामक रोग है और इस वायरस का आंतक हमे हर सात वर्षाकाल के दौरान डेंगू के मच्छर के उत्पत्ति स्थल बढने के कारण देखने को मिलता है हम सब मिलकर इस रोग से लड सकते है और इसे जड से मिटा सकते है। जरूरत है तो सिर्फ इस रोग के बारे में सभी लोगो में जागरूकता लाने की और स्वच्छता रखने की सामान्य जन को जागरूक करने की।
डेंगू की संक्षिप्त जानकारी
डेंगू एक वायरस बीमारी है। डेंगू का बुखार सक्रमित माता एडिज एजिक्टाई के काटने से होता है। किसी व्यक्ति को डेंगू बुखार है और उस व्यक्ति कोई मच्छर काटकर उसका खुन पीता है तो उस मच्छर में डेंगू के वायरस युक्त खुन चला जाता है। जब संक्रमित मच्छर स्वस्थ्य व्यक्ति को काट लेता है। तो डेंगू का वायरस उस स्वस्थ्य व्यक्ति में चला जाता है। संक्रमित मच्छर के काटने के 3 से 14 दिन तक डेंगू बुखार के लक्षण दिखना शुरू होते है।
एडिज मच्छर की विषेषताः
यह दिन के समय संक्रिय रहते है। ठंडे स्थान, छाया वाली जगह, पंर्दे के पिछे व अंधेरे वाली जगह पर रहना पसन्द करते है। घर के अन्दर रखे हुए पानी मंे प्रजनन करते है और अपने प्रजनन क्षेत्र के 200 मीटर की दूरी तक ही उडते है।
लक्षण
तेज बुखार, सिरदर्द, आखो में दर्द, जोडो दर्द, बदन दर्द, भुख कम लगना, जिमचलाना, उल्टी होना, चमडि पर लाल चतके दिखना। गम्भीर स्थिति में कान/मुह से रक्त भी निकलता है। डेंगू का कोई ईलाज नही है मरीज की पर्याप्त मात्रा आहार एवं पानी लेना चाहिए। बुखार के लिए डाॅक्टर की सलाह से दवाईया लेना चाहिए। बुखार या सर दर्द के लिए एसप्रिन/ब्रुफिन का उपयोग कदापी नही करना चाहिए।
डेंगू के मच्छर की रोकथाम
घर के अंदर व आस-पास पानी जमा न होने दे। किसी भी बर्तन में खुले मे पानी जमा न होने दे। पानी से भरे वर्तनो को 7 दिन में खाली कर उन्हे उल्टा करके रखे। घर में रखे पानी के बर्तनों को अच्छे से ढंक कर रखे। कूलर को नियमित साफ करे। किसी भी खुली जगह जैसे- गडडो में पानी जमा न होने दे यदि जमा हो तो उसमे मिट्टी डाल कर बंद कर दे। खिडकियों एवं दरवाजो पर जाली लगाई जावे। शाम होने के पूर्व खिडकिया एवं दरवाजे बंद कर दे। एसे कपडें पहने हो पुरे शरीर को ढंक सके। सोते समय मच्छरदानी लगा कर सोये। घर मंे नीम की पत्ती का धुआ करे। अगर बच्चे खुले में खेलने जाते है तो उनके शरीर पर मच्छर प्रतिरोधक क्रिम लगाये और पुरे शरीर को ढंके एसे कपडे पहनायें। अपने आस-पास के लोगो को भी मच्छरो से काटने से बचने के लिए प्रोत्साहित करे। अपने आस-पास अगर कोई डेंगू बुखार या मलेरिया का मरीज का पता चलता है तो इसकी जानकारी स्वास्थ्य विभाग और नगर निगम को देवे जिससे की तुरन्त मच्छरो निरोधक योजना की जा सके। मलेरिया विभाग अपील करता है मच्छरो के प्रजनन स्थलो को नियंत्रित कर इन बीमारियों को रोकने में मलेरिया विभाग को सहयोग प्रदान करे।
आवेदन अमंत्रित
मुख्यमंत्री सामुदायिक नेतृत्व क्षमता विकास कार्यक्रम के अंतर्गत जिला मुख्यालय पर अकादमिक सत्र 2017-18 में दूरस्थ शिक्षा पाठ्क्रम की सम्पर्क कक्षाओं हेतु समाजकार्य मे स्नातक पाठ्यक्रम के तृतीय वर्ष हेतुविषयों में विज्ञ, प्रशिक्षण में रूचिवान सोशल सेक्टर में अनुभव एवं योग्यता रखने वाले सेवा निवृत्त अधिकारी/प्रतिष्ठित समाजसेवी, संस्थाआंे में कार्यरत अनुभवी व्यक्तियों/वैकल्पिक विषयों के लिए संबंधित क्षेत्र मंे अनुभव/योग्यता रखने वाले विषयों के विषेषज्ञ शासकीय/अषासकीय सेवकों से दिनांक 10/07/2017 तक कार्यालयीन दिवसों में सादे कागज पर आवेदन पत्र अमंत्रित किये जाते है। इच्छुक आवेदक आवेदन पत्र मे संपूर्ण व्यक्तिगत जानकारी सहित विषय विषेषज्ञता/अनुभव/दक्षता के पक्ष में संपूर्ण अभिलेखों की स्वप्रमाणित छायाप्रतियाँ स्वयं के पासपोर्ट साइज फोटो सहित विधिवत आवेदन कार्यालय जिला महिला सशक्तिकरण अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग न्यू कलेक्टेªट भवन , कक्ष क्रमांक 146-147 में विज्ञापन दिनांक से 7 दिवस के अंदर कार्यालयीन समय में जमा करा सकते है। प्रक्रिया समयावधि एवं चयन में कलेक्टर जिला सीहोर का निर्णय मान्य होगा। अधिक जानकारी हेतु कार्यालय जिला महिला सशक्तिकरण अधिकारी जिला सीहोर संपर्क क्रमांक 07562-221195 पर संपर्क किया जा सकता है।
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