पटना 17 जुलाई, बिहार भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) विधानमंडल दल के नेता सुशील कुमार मोदी ने उप मुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव के इस्तीफे को लेकर महागठबंधन में जारी खींचतान के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर आरोप लगाते हुये आज कहा कि बड़े घटक राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और जनता दल यूनाईटेड (जदयू) में उत्पन्न गतिरोध को दूर कराने की जिम्मेवारी भ्रष्टाचार की संरक्षक कांग्रेस को देना ‘दूध की रखवाली बिल्ली’ को सौंपने के समान है। श्री मोदी ने यहां कहा कि मुख्यमंत्री श्री कुमार ने कांग्रेस को जदयू और राजद के बीच जारी गतिरोध दूर कराने की जिम्मेवारी देकर ‘दूध की रखवाली बिल्ली को’ सौंप दी है। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार की संरक्षक कांग्रेस ने तो केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की ओर से प्राथमिकी दर्ज करने के पहले दिन ही जहां उप मुख्यमंत्री श्री यादव को क्लीन चिट दे दी थी वहीं उसके सभी बड़े नेता राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के घर जाकर अपनी एकता प्रदर्शित की थी। भाजपा नेता ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी तक ने फोन पर बातचीत कर राजद अध्यक्ष श्री यादव को भरोसा दिया कि वह और कांग्रेस पूरी तरह से उनके साथ हैं। उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि भ्रष्टाचार से परहेज नहीं करने वाली कांग्रेस भला भ्रष्टाचार के आरोपी उप मुख्यमंत्री श्री यादव के इस्तीफे के लिए राजद अध्यक्ष और राजद पर दबाव क्यों बनायेगी।
श्री मोदी ने कहा कि चारा और तारकोल घोटाले के बाद राजद अध्यक्ष का राजनीतिक अवसान तो वर्षों पहले हो गया होता लेकिन कांग्रेस ने ही वर्ष 2000 में उनकी अल्पमत सरकार को समर्थन देकर पांच साल तक चलाया। उन्होंने कहा कि संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार के प्रथम कार्यकाल (वर्ष 2004-09) में कोयला, रेल और टूजी स्पेक्ट्रम जैसे 10 लाख करोड़ के गबन-घोटालों का रिकाॅर्ड बनाने वाली कांग्रेस में लालू परिवार के भ्रष्टाचार के खिलाफ एक शब्द बोलने का भी नैतिक बल नहीं है। भाजपा नेता ने कहा कि ऐसे में राजद अध्यक्ष के साथ खड़ी कांग्रेस उप मुख्यमंत्री श्री यादव का इस्तीफा कराना तो दूर उनके भ्रष्टाचार की चर्चा करने से भी बचेगी। उन्होंने कहा कि उप मुख्यमंत्री श्री यादव पर भ्रष्टाचार के लगे आरोपों की तथ्यात्मक सफाई के लिए जदयू की ओर से दिया गया मौका और राष्ट्रपति चुनाव के बीत जाने के बाद अब मुख्यमंत्री श्री कुमार को ही ठोस कदम उठा कर तेजस्वी को बर्खास्त करने की पहल करनी होगी। उल्लेखनीय है कि उप मुख्यमंत्री श्री यादव के खिलाफ केंद्रीय जांच ब्यूरो के प्राथमिकी दर्ज करने के बाद जदयू ने विधानमंडल दल की बैठक कर उन्हें जनता के बीच जाकर लगे सभी आरोपों का तथ्यपरक जवाब देने का मौका दिया था वहीं, पिछले सप्ताह राजद अध्यक्ष श्री यादव ने प्राथमिकी को वाजिब कारण नहीं मानते हुये स्पष्ट कर दिया था कि उप मुख्यमंत्री श्री यादव इस्तीफा नहीं देंगे। इसके बाद बिहार कांग्रेस अध्यक्ष एवं शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी ने मुख्यमंत्री और राजद अध्यक्ष से मुलाकात की थी। इससे राजनीतिक हलकों में यह समझा जा रहा है कि श्री चौधरी महागठबंधन में मचे घमासान को शांत करने की कवायद में लगे हैं।
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