अगरतला, 01 अगस्त, त्रिपुरा में पूर्वी अगरतला के औद्योगिक नगर बोधजंगनगर में कल रात एक आदिवासी महिला के अपहरण के बाद गुस्साये ग्रामीणों ने स्थानीय थाने में भारी उपद्रव मचाया तथा तोड़फोड़ की, इसके बाद तनाव को देखते हुये आज यहां धारा 144 लागू कर दी गयी। स्थानीय आदिवासियों के इस उपद्रव में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शर्मिष्ठा चक्रवर्ती सहित नौ पुलिसकर्मी जख्मी हो गये। इसके बाद स्थिति को नियंत्रण में करने के लिये यहां पुलिस, त्रिपुरा राज्य राइफल्स (टीआरएस) तथा केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के जवानों को तैनात किया गया। यह घटना सोमवार की आधी रात में घटी तथा इसके बाद से इस क्षेत्र में तनाव का माहौल है। यहां कल रात कथित तौर पर एक महिला का अपहरण हुआ था जिसे लेकर इंडिजिनस पीपुल्स फ्रंट ऑफ त्रिपुरा (आईपीएफटी) के कार्यकर्ताओं ने थाने का घेराव किया। स्थानीय खबरों के अनुसार यह महिला अपने पति के सहयोगी रहे टीआरएस के एक जवान के साथ भाग गयी है लेकिन आईपीएफटी के कार्यकर्ताओं का आरोप है कि इस महिला को सुरक्षाकर्मी ने अगवा किया है तथा स्थानीय पुलिस ने उसकी मदद की है। पश्चिमी त्रिपुरा के पुलिस अधीक्षक (एसपी) अभिजीत सप्तर्षि ने बताया कि आईपीएफटी समर्थकों ने बोधजंगनगर थाने पर हमला कर दिया तथा उन लोगों ने पथराव करके पुलिस संपत्ति को नुकसान पहुंचाया। हमले में नौ पुलिसकर्मी घायल हो गये। इसके बाद पुलिस ने उपद्रवियों को तितर-बितर के लिये आंसू गैस के गोले छोड़े। उन्होंने कहा कि अब हालात काबू में है लेकिन गांवों में अभी भी भारी संख्या में लोग इकट्ठा है तथा इस घटना को लेकर सोशल मीडिया में भी कुछ अफवाहें फैलाई गयी हैं। स्थानीय लोगों को कहना कि सोमवार को एक दंपती टीआरएस कैंप में गया था लेकिन वापस लौटते समय महिला रास्ते में अगवा हो गयी और पुलिस उसे ढूंढ पाने में विफल रही है।
मंगलवार, 1 अगस्त 2017
त्रिपुरा में गुस्साये ग्रामीणों ने की थाने में तोड़फोड़
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