नयी दिल्ली, 03 अगस्त, विधि एवं न्याय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने भारतीय जनता पार्टी के इशारे पर राज्यसभा चुनाव में नोटा (उपरोक्त में से कोई नहीं) विकल्प शामिल करने के कांग्रेस के आरोप को निराधार करार देते हुए आज इसकी कड़ी निंदा की। श्री प्रसाद ने कहा कि कांग्रेस का यह आरोप कि भाजपा के इशारे पर नोटा को शामिल किया गया है, पूरी तरह निराधार और भाजपा की छवि धूमिल करने के कांग्रेस के अभियान का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि नोटा विकल्प साढ़े तीन साल पहले तब से अमल में आया था जब संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सत्ता में था। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पिछले साढ़े तीन साल में राज्यसभा के कई चुनाव नोटा विकल्प के साथ हो चुके हैं और राज्यसभा में आवाज बुलंद करने वाले कुछ सांसद तो इन्हीं चुनावों में जीतकर आये हैं। उन्होंने कहा कि श्री मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली तत्कालीन संप्रग सरकार के समय ही नोटा शुरू हुआ था, जबकि कांग्रेस इसके लिए बेवजह भाजपा पर आरोप मढ़ रही है। आज उच्चतम न्यायालय ने भी गुजरात कांग्रेस की ओर से बहस कर रहे वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल से पूछा था कि याचिकाकर्ता ने तीन साल तक इसे लेकर आवाज क्यों नहीं उठायी, जबकि इस विकल्प के तहत कई चुनाव कराये जा चुके हैं।
शुक्रवार, 4 अगस्त 2017
नोटा मामले में कांग्रेस के आरोप निराधार: रविशंकर
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