समस्तीपुर 12 अगस्त, मार्क्सवादी कम्युनिट पार्टी (माकपा) ने बिहार में भागलपुर जिले में करीब सात सौ करोड़ रुपये की सरकारी राशि के गबन की जांच केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से कराने की मांग की है। माकपा राज्य सचिव अवधेश कुमार ने आज यहां संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि देश में चर्चित भागलपुर के इस सरकारी राशि घोटाला कांड में राजनीतिक नेताओं के भी हाथ हैं। उन्होंने कहा कि जब-तक इस घोटाले की जांच सीबीआई नहीं करेगी तब तक इसमें शामिल राजनीतिक दलों के नेताओं का नाम का खुलासा नहीं हो पायेगा। श्री कुमार ने जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के अध्यक्ष और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह अवसरवादी राजनीति करने में माहिर हैं । उन्होंने कहा कि इसका ताजा उदाहरण देखने को तब मिला जब उन्होंने नाटकीय ढंग से महागठबंधन से नाता तोड़ कर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ राज्य में सरकार का गठन कर लिया । माकपा राज्य सचिव ने कहा कि साम्प्रदायिकता और अवसरवादी राजनीति के खिलाफ उनकी पार्टी आगामी 19 सितम्बर को पटना मे जन आक्रोश मार्च निकालेगी। उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि क्या बिहार में भाजपा एजेंडा को लागू कर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपनी सरकार चलायेगें। एक सवाल के जवाब में उन्होंने जदयू के पूर्व अध्यक्ष शरद यादव के बिहार में चलाये जा रहे संवाद कार्यक्रम को हिम्मत वाला कदम बताया। इस अवसर पर माकपा राज्य सचिव मंडल के सदस्य अजय कुमार और जिला मंत्री राम दयाल भारती भी उपस्थित थे।
शनिवार, 12 अगस्त 2017
माकपा ने भागलपुर महाघोटाले की सीबीआई जांच की मांग की
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