नीतीश ने अकलियत, दलित और पिछड़ों की एकता के प्रयास को हमेशा धोखा दिया : लालू - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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बुधवार, 2 अगस्त 2017

नीतीश ने अकलियत, दलित और पिछड़ों की एकता के प्रयास को हमेशा धोखा दिया : लालू

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पटना 02 अगस्त, राष्ट्रीय जनता दल(राजद)अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ हमला जारी रखते हुए कहा कि जब भी देश में अकलियत, दलित और पिछड़ों को एकजुट करने की कोशिश हुई श्री कुमार ने हमेशा धोखा दिया है। श्री यादव ने आज सोशल नेटविर्कंग साइट फेसबुक पर पोस्ट किया है कि जब पूरे देश में मंडल (पिछड़े) की राजनीति उफान पर थी और बिहार में उनकी और उत्तरप्रदेश में श्री मुलायम सिंह और मान्यवर कांशीराम की सरकार थी। तब सदियों से सताये वंचित, उपेक्षित, दलित, अकलियत और पिछड़ों की एकता चरम पर थी, सभी पीड़ित लोग एक दूसरे के दर्द के साझेदार बनकर एक ही माला के सुंदर मोती बन रहे थे। उस दौर में अपनी संकीर्ण मानसिकता और अति महत्वाकांक्षा के कारण श्री नीतीश कुमार बहुजनों के हितों की तिलांजलि देकर राष्ट्रीय स्वयं सेवक (आरएसएस) संघ की गोद में जाकर खेलने वाले पहले पिछड़े नेता थे। राजद प्रमुख ने कहा कि बाबरी मस्जिद ध्वस्त करने के बाद जब श्री लाल कृष्ण आडवाणी देशभर में घूम रहे थे तब श्री कुमार 1994 में बंबई में श्री आडवाणी का हाथ अपने हाथ से उठाकर एकता का प्रदर्शन कर रहे थे। उन्होंने कहा कि श्री कुमार भाजपा नेताओं के साथ घूम-घूम कर उस वक़्त संघ को मज़बूत करने की वकालत करते थे जिस वक़्त भाजपा और आरएसएस मंडल आयोग, आरक्षण और वंचितों की भागीदारी का विरोध कर रहा था। 


श्री यादव ने कहा, “आज फिर 2017 में जब अकलियत, दलित और पिछड़ों को एकजुट कर हम देश और बाबा साहेब का संविधान बचाने की कोशिश कर रहे थे तब यह पलटूराम बहुजनों की एकता को दुत्कार कर फिर अपने आकाओं की गोद में खेलने चले गये।” उन्होंने कहा कि श्री कुमार दलितों, पिछड़ों के सबसे बड़े दुश्मन हैं। श्री कुमार ने ही संघ के इशारे पर वंचित समाज को बांटने का काम किया है। राजद प्रमुख ने कहा कि संघ खुलकर बहुजनों का विरोध करता है और मनुवाद का समर्थन करता है लेकिन श्री कुमार तो उससे भी ख़तरनाक हैं। उन्होंने कहा कि श्री कुमार पीड़ितों और वंचितों के साथ रहकर उनके उद्देश्यों को समझकर उनकी पीठ में ख़ंजर घोपते हैं। श्री यादव ने कहा कि जमात का श्री कुमार से बड़ा कोई दुश्मन नहीं है। श्री कुमार सबसे बड़े अवसरवादी और विश्वासघाती हैं। सभी को उनसे संभलकर रहने की ज़रूरत है। उन्होंने कहा कि लोग यह न भूलें कि श्री कुमार अपने स्वार्थ के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को भी छोड़ चुके हैं। इस बीच श्री यादव ने जनता दल यूनाइटेड(जदयू) के वरिष्ठ नेता शरद यादव को अपने पाले में लाने के लिए प्रयास तेज कर दिया है। श्री यादव ने श्री शरद यादव की पुरानी तस्वीर फेसबुक और ट्वीटर पर पोस्ट की है जिसमें श्री शरद यादव अस्पताल में भर्ती नजर आ रहे हैं और श्री लालू प्रसाद यादव उनका हालचाल पूछते दिख रहे हैं। राजद प्रमुख ने इस फोटो को पोस्ट करते हुए पूछा है, “नीतीश बताओ मंडल कमीशन लागू करवाने में तुम्हारा क्या रोल था। हमने और शरद यादव ने इसके लिए संघर्ष किया। हम दोनों ने मंडल कमीशन लागू करवाने के लिए क्या-क्या किया तुम क्या जानते हो।” 

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