पटना। उप मुख्यमंत्री की कुर्सी पर काबिज थे तेजस्वी प्रसाद यादव। 20 माह के बाद विपक्ष के नेता बन गये। महागठबंधन के सीएम नीतीश कुमार पाला बदलकर बीजेपी की गोद में बैठ गये। इसको लेकर लोगों में आक्रोश है। वहीं काम करने के काम करने वाले तेजस्वी फुलफॉम में हैं। कुर्जी में महानायक के रूप में होल्डिंग बैनर में दिखाया गया है। पश्चिमी मैनपुरा ग्राम पंचायत के पूर्व मुखिया भाई धर्मेन्द्र का है कारनामा। 32 साल से कर रहे हैं। पटना नगर निगम के वार्ड नम्बर- 22 सी की गंग स्थली में रहते हैं भाई धर्मेंद्र। पटना नगर निगम के द्वारा 5 ग्राम पंचायतों का अधिग्रहण किया गया है। पश्चिम दीद्या ग्राम पंचायत, पूर्वी दीद्या ग्राम पंचायत, उत्तरी मैनपुरा,पूर्वी मैनपुरा और पश्चिमी मैनपुरा ग्राम पंचायत।
भाई धर्मेन्द्र पूर्व मुखिया, मैनपुरा ग्राम पंचायत रहे हैं। पंचायत चुनाव होने पर बाद में हार गये। कुर्जी निवासीनिलेश प्रसाद, मैनपुरा ग्राम पंचायत से निर्वाचित होकर मुखिया बने।मुखियागिरी खत्म होने के बाद भाई धर्मेन्द्र होल्डिंग बैनर मेकिंग में छाने लगे। अल्पसंख्यक ईसाई के याजक और अयाजकों की तस्वीरों के साथ खुद की तस्वीर चमकाने लगे। ख्याल था कि ईसाई समुदाय को मोकामा तीर्थ यात्रा कराकर चुनाव के समय फायदा उठाएंगे। पर ऐसा नहीं हुआ। पटना नगर निगम के चुनाव में वार्ड नं.22 बी से भाई की पत्नी रीता देवी ( भवे) को चुनावी दंगल में उतारा। निवर्तमान मुखिया निलेश प्रसाद की पत्नी सुचित्रा सिंह जीत गयी। एक फायदा हुआ कि वार्ड नं.22 सी से रजनी देवी विजयी हो गयी। भीतरीयां तालमेल चल रहा था।
अल्पसंख्यकों के हितैषी बनने लगे। वहीं राजद नेताओं की भी लगाये। कुछ माह लगाने के बाद हटा देते हैं। सही कहा जाए तो समय वैज्ञानिक है। ईस्टर,क्रिसमस,छठ,दशहरा,न्यू ईयर आदि पर होल्डिंग बैनर बदल देते हैं। इसे मीडिया वाले भी उठा लेते हैं। लोकल पब्लिक के साथ लोग उत्सुकता से देखते हैं। अभी न्यू होल्डिंग लगाये हैं। इसमें लालू के लाल तेजस्वी यादव को 'हीरो' के रूप में प्रस्तुत किया गया है। जियो हो लालू के लाल।कुर्जी मोड़ पर चार जगहों पर लगाया गया है।
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