शरद राज्यसभा में जदयू के नेता पद से हटाये गये, आरसीपी को मिली जिम्मेदारी - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

शनिवार, 12 अगस्त 2017

शरद राज्यसभा में जदयू के नेता पद से हटाये गये, आरसीपी को मिली जिम्मेदारी

sharad-remove-from-rajysabha-leader
पटना 12 अगस्त, जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव के बगावती सुर को देखते हुए पार्टी ने उन्हें राज्‍यसभा में पार्टी के नेता पद से हटा दिया है। जदयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने आज यहां इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि श्री आर.सी.पी.सिंह को राज्यसभा में जदयू का नेता बनाया गया है । उन्होंने कहा कि श्री शरद यादव की मौजूदा गतिविधि को देखते हुए ऐसा करना जरूरी हो गया था । पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव संजय झा ने आज सुबह दस बजे उप राष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू से मुलाकात कर पार्टी की ओर से इस संबंध में पत्र सौंपा है। पत्र में सूचित किया गया है कि पार्टी ने राज्यसभा में श्री शरद यादव की जगह श्री आरसीपी सिंह को अपना नेता चुना है। गौरतलब है कि राज्यसभा में जदयू के 10 सदस्य हैं । बिहार में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और कांग्रेस से गठबंधन तोड़कर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ सरकार बनाने के श्री नीतीश कुमार के फैसले के बाद से श्री शरद यादव के अलावा दो अन्य सदस्य अली अनवर और केरल के वीरेन्द्र कुमार बागी हो गये । पार्टी ने कल ही श्री अली अनवर को पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त रहने के कारण निलंबित कर दिया था । इस बीच जदयू के प्रवक्ता नीरज कुमार ने पार्टी के फैसले को सही करार देते हुए कहा है कि श्री शरद यादव पर कार्रवाई करना जरूरी था । वह बेवजह पार्टी के खिलाफ अनाप-शनाप बयान दे रहे थे । दरअसल वह राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव की भाषा बोल रहे हैं और श्री लालू प्रसाद यादव के भ्रष्टाचार में उनका साथ दे रहे हैं। ऐसे में पार्टी नेतृत्व ने उनपर कार्रवाई की है, जो बिल्कुल सही है।

कोई टिप्पणी नहीं: