पटना 23 अगस्त, बिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव ने सृजन घोटाले को लेकर आज विधानमंडल परिसर में जननायक कर्पूरी ठाकुर की प्रतिमा के समक्ष धरना दिया । श्री यादव ने विधानसभा की कार्यवाही में हिस्सा लेने के तुरंत बाद विधानमंडल परिसर में जननायक की आदमकद प्रतिमा स्थल के निकट धरना दिया । उनके साथ पार्टी के कई विधायक और नेता भी धरना में शामिल हुए । प्रतिपक्ष के नेता ने मौके पर संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि सृजन घोटाले में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी को तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए । इस घोटाले की जानकारी सरकार को उस समय थी जब राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन(राजग) के कार्यकाल में वर्ष 2005 से लेकर वर्ष 2013 तक श्री मोदी वित्त मंत्री थे । उन्होंने कहा कि जानकारी के बावजूद मुख्यमंत्री श्री कुमार और श्री मोदी ने घोटाले में शामिल लोगों के खिलाफ न तो कोई कार्रवाई की और न ही इसे रोकने के लिये कोई कदम ही उठाया ।
श्री यादव ने कहा कि सृजन घोटाला सिर्फ भागलपुर में ही नहीं बल्कि इसका तार बांका और सहरसा जिला से भी जुड़ा है । सिर्फ भागलपुर में ही जांच कराये जाने से इस मामले के तह तक जाना संभव नहीं है । उन्होंने कहा कि बिहार के सभी जिलों में जांच करायी जानी चाहिए ताकि यह पता चल सके कि इस तरह का घोटाला और भी कहीं हुआ है या नहीं । उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी को पूरा विश्वास है कि अन्य जिलों में भी घोटाले हुए हैं । प्रतिपक्ष के नेता ने कहा कि वह जब भागलपुर गये थे तो सरकार के इशारे पर वहां का जिला प्रशासन उन्हें सभा करने की अनुमति नहीं दी थी । उन्होंने कहा कि वह चाहते थे कि लोगों को सृजन घोटाले की सच्चाई बतायें लेकिन सभा स्थल पर धारा 144 लागू कर उन्हें ऐसा करने से रोक दिया गया । श्री यादव ने कहा कि वह भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) और जनता दल यूनाइटेड(जदयू) के नेताओं के इस घोटाले में संलिप्तता को लोगों के सामने उजागर करेंगे । उन्होंने कहा कि जब तक मुख्यमंत्री श्री कुमार और उप मुख्यमंत्री श्री मोदी इस्तीफा नहीं देंगे तब तक इस घोटाले का निष्पक्ष जांच संभव नहीं है । उन्होंने आरोप लगाया कि घोटाले के साक्ष्य को मिटाया जा रहा है ताकि इसमें संलिप्त लोगों को बचाया जा सके ।
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